गोरखपुर में बारिश ने तोड़ा सात वर्षों का रिकार्ड, 24 घण्टे में 16 मिमी वर्षा

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RGAन्यूज़

Gorakhpur Weather News बुधवार को शाम करीब पांच बजे बारिश शुरू हो गई। आधे घंटे के भीतर साढ़े तीन मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई। किसान हल्की बारिश से उत्साहित थे लेकिन इसके बाद पिपराइच गोला कैंपियरगंज सहित कई क्षेत्रों में जमकर ओलावृष्टि 

गोरखपुर में 24 घण्टे में 16 मिमी वर्षा हुई है। - जागरण

गोरखपुर। बारिश ने पिछले सात वर्षों का रिकार्ड तोड़ दिया है। पिछले 24 घण्टे में जिले में बुधवार शाम आधे घंटे में ही साढ़े तीन मिमी से अधिक बारिश हो गई थी। ओलावृष्टि से किसानों का भारी नुकसान हुआ है। इससे सरसों, आलू सहित गेहूं की फसल को भी नुकसान हुआ है। जिले के किसान हल्की बारिश से आशांवित थे कि उनकी गेहूं की फसल अच्छी होगी, लेकिन ओलावृष्टि ने उनके अरमानों पर पानी फेर दिया। हालांकि कृषि विभाग का कहना है कि इस बार किसानों ने गेहूं की बोआई देर से की थी, ऐसे में गेहूं में अधिक नुकसान की आशंका नहीं है। मौसम विशेषज्ञ कैलाश पाण्डेय का कहना है कि गुरुवार को भी आंशिक रूप से बादल छाए रह सकते हैं। कुछ स्थानों पर हल्की बारिश भी हो सकती है।

बुधवार को आधे घंटे में ही हो गई साढ़े तीन मिमी से अधिक बारिश

बुधवार दोपहर से आसमान में बादल छाये हुए थे। शाम करीब पांच बजे बारिश शुरू हो गई। आधे घंटे के भीतर साढ़े तीन मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई। किसान हल्की बारिश से उत्साहित थे, लेकिन इसके बाद पिपराइच, गोला, कैंपियरगंज सहित कई क्षेत्रों में जमकर ओलावृष्टि हुई है। इससे सरसों, आलू की फसल को नुकसान पहुंचा है। गेहूं की फसल को भी थोड़ा बहुत नुकसान पहुंचा है, लेकिन आलू व सरसों की तुलना में क्षति कम है

ऐसा रहेगा आज का मौसम

मौसम विशेषज्ञ ने संभावना जतायी है कि गुरुवार को भी जिले में आंशिक रूप से बादल छाए रह सकते हैं। 25 से 30 प्रतिशत स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है। बता दें उत्तरी पाकिस्तान और उससे सटे जम्मू-कश्मीर के ऊपर एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। इसके अलावा राजस्थान और दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश की ऊपरी हवाओं में चक्रवातीय हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इसके चलते जिले में बारिश हुई है। गुरुवार को दिन का अधिकतम तापमान 20 से 21 डिग्री सेल्सियस रह सकता है। न्यूनतम तापमान 12 से 14 डिग्री सेल्सियस रह सकता है। नमी 75 से 95 प्रतिशत रह सकती है। दोपहर बाद से पछुआ हवाएं चल सकती हैं।

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