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RGA News नई दिल्ली
छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री पद को लेकर जोर आजमाइश शनिवार को भी जारी रही। कई दौर की मुलाकात और बैठकों के बावजूद निर्णय नहीं हो सका। प्रदेश के नए मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान अब रविवार को हो सकता है। राज्य के प्रभारी पीएल पुनिया ने कहा कि रविवार दोपहर में फिर बैठक होगी उसके बाद नए मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान किया जाएगा। प्रदेश में मुख्यमंत्री का नाम तय करने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सभी दावेदारों के साथ लंबी चर्चा की। राहुल के सरकारी निवास पर हुई बैठकों के बीच यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी भी बारह तुगलक लेन पहुंची। दोपहर के वक्त ऐसा लगा कि मुख्यमंत्री के नाम पर सहमति बन गई है, पर कुछ देर बाद दावेदारों में फिर जोर आजमाइश शुरू हो गई। शुरुआत में ताम्रध्वज साहू के नाम पर लगभग सहमति बन गई थी।
कुछ देर बाद फिर प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव ने अपनी दावेदारी जता दी। इसलिए शनिवार दोपहर दो बजे एक बार सभी नेता कांग्रेस अध्यक्ष के निवास पर पहुंच गए। नए समीकरणों के तहत भूपेश बघेल सबसे आगे चल रहे हैं। पार्टी के एक नेता ने कहा कि प्रदेश में एक मुख्यमंत्री और दो उप मुख्यमंत्री भी बनाए जा सकते हैं
करीब तीन घंटे तक चली बातचीत के बाद कांग्रेस अध्यक्ष ने छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री पद के चारों दावेदारों के साथ एक फोटो ट्वीट किया। फोटो में टीएस सिंहदेव, ताम्रध्वज साहू, भूपेश बघेल और चरणदास महंत शामिल हैं। तस्वीर ट्वीट करते हुए राहुल गांधी ने अमेरिकी उद्यमी रीड हॉफमेन के विचार लिखे, ‘इसका कोई मायने नहीं है कि आपकी सोच और रणनीति कितनी उम्दा है। अगर आप अकेले खेल रहे हैं, तो आप एक टीम से हमेशा हारेंगे।
मुख्यमंत्री पद के दावेदार
ताम्रध्वज साहू
- स्वभाव से सरलता के कारण राहुल के करीबी हैं
- ताम्रध्वज साहू कृषक परिवार से आते हैं।
- वह प्रदेश में कांग्रेस की ओबीसी यूनिट के अध्यक्ष भी हैं।
- छत्तीसगढ़ की राजनीति में साहू समाज को बेहद अहम माना जाता है।
भूपेश बघेल
- कार्यकर्ताओं से अच्छे संबंध बड़ी ताकत
- 2013 में हुए नक्सली हमले में कांग्रेस के बड़े नेताओं के मारे जाने के बाद राज्य में पार्टी की कमान संभाली
- बघेल सर्वाधिक वोटरों वाले ओबीसी वर्ग से आते हैं।