मुरादाबाद के कोरोना अस्पताल में लग गया ताला, अब नहीं है एक भी मरीज, वेंटीलेटर भी किए गए सील

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RGAन्यूज़

Moradabad Corona Hospital Locked कोरोना महामारी में कोविड एल-टू अस्पताल में मरीजों को भरपूर उपचार मिला। दूसरी लहर में 740 मरीजों को उपचार मिला। तीसरी लहर में 36 मरीज ही भर्ती हुए। उनका आक्सीजन स्तर ठीक करने के लिए भर्ती किया गया

पीआइसीयू वार्ड में भी लगा है ताला, बच्चों के लिए हो सकती है व्य

कोरोना महामारी में कोविड एल-टू अस्पताल में मरीजों को भरपूर उपचार मिला। दूसरी लहर में 740 मरीजों को उपचार मिला। तीसरी लहर में 36 मरीज ही भर्ती हुए। उनका आक्सीजन स्तर ठीक करने के लिए भर्ती किया गया था। अब जिले में दो ही कोरोना सक्रिय मरीज हैं। इन दोनों को होम आइसोलेशन में रखा गया है। एल-टू अस्पताल पूरी तरह खाली है। वेंटिलेटर सील करके रख दिए हैं। अब इन्हें उपकरणों को जिला अस्पताल में आने वाले गंभीर मरीजों के लिए इस्तेमाल किया जा स

कोरोना महामारी की दूसरी और तीसरी लहर में कोरोना संक्रमितों का उपचार कोविड एल-टू अस्पताल में उपलब्ध कराया गया। कोविड एल-टू अस्पताल में 10 वेंटिलेटर लगे हैं। इसके अलावा गंभीर मरीजों के उपचार की पूरी व्यवस्था है। महामारी की तीसरी लहर भी तकरीबन समाप्त हो चुकी है। अब कोविड एल-टू अस्पताल के वेंटिलेटर खाली हैं। यहां आक्सीजन प्लांट प्रतिदिन एक घंटा चलाया जा रहा है।

बिजली और मेनपावर का खर्च तो हो रहा है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग उन मरीजों का भला कर सकता है जो जिला अस्पताल की इमरजेंसी से हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिए जाते हैं। निजी अस्पतालों में आइसीयू बेड का एक दिन का खर्च करीब 10 हजार रुपये प्रतिदिन का बैठता है। ऐसी स्थिति में यह वेंटिलेटर संचालित ही रखे जाएंगे तो असहाय मरीजों की सांसों की डोर जोड़ने में यह वेंटिलेटर काफी सहायक सिद्ध हो

माननीय की निधी से मंगवाए गए थे वेंटिलेटरः कोरोना महामारी की प्रथम लहर के बाद 2020 के नवंबर माह में कोविड एल-टू अस्पताल में कैबिनेट मंत्री भूपेंद्र चौधरी, सांसद डा. एसटी हसन, नगर विधायक रितेश गुप्ता, विधायक बिलारी फहीम इरफान, विधान परिषद सदस्य डा. जयपाल सिंह व्यस्त आदि की निधि, प्रधानमंत्री केयर फंड से 10 वेंटिलेटर मरीजों के इलाज के लिए मंगवाए गए थे। इसके साथ ही अन्य उपकरण भी मंगवाए गए थे। दूसरी लहर के बाद आक्सीजन प्लांट भी कोविड एल-टू अस्पताल के अलावा कुंदरकी, मूंढापांडे, डिलारी, शरीफनगर आदि में लगवाए गए।

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