ट्रिपल तलाक सामाजिक न्याय और सबरीमाला मुद्दा मंदिर की अपनी मान्यता से जुड़ा विषय: PM

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RGA News दिल्ली

नए साल के मौके पर अपने खास इंटरव्यू में पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्रिपल तलाक के मुद्दे को समाजिक न्याय से जुड़ा मुद्दा बताया। वहीं इंटरव्यू में पीएम मोदी ने सबरीमाला मुद्दे पर बात करते हुए कहा कि हर मंदिर की अपनी मान्यता होती है और इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने जो फैसला दिया है उसका अध्ययन किया जाना चाहिए।

विशेष साक्षात्कार में सबरीमाला और ट्रिपल तलाक के मुद्दे पर बोले पीएम मोदीप्रधानमंत्री ने सबरीमाला मुद्दे को बताया मंदिर की अपनी मान्यता से जुड़ा मुद्दाट्रिपल तलाक को पीएम ने कहा समाजिक न्याय और लैंगिक समानता से जुड़ा विषयसर्जिकल स्ट्राइक, राम मंदिर और जीएसटी के मुद्दे पर भी दिया सवालों का जवाब

साल 2019 के पहले इंटरव्यू में पीएम नरेंद्र मोदी ने सबरीमाला मंदिर और ट्रिपल तलाक के मुद्दे पर बड़ा बयान दिया है। महिलाओं से जुड़े इन दोनों मुद्दों पर बातचीत करते हुए पीएम ने इनपर अपना पक्ष रखा है। समाचार एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में पीएम ने ट्रिपल तलाक को जहां महिलाओं के सामाजिक न्याय और लैंगिक समानता का विषय बताया है। वहीं सबरीमाला के पूरे विषय को पीएम ने मंदिरों की अपनी धार्मिक मान्यताओं का मुद्दा कहा है। 

अपने इंटरव्यू में पीएम ने उस विरोधाभास की स्थिति को स्पष्ट किया है, जिसके आधार पर विपक्षी बीजेपी पर दोहरे मापदंड पर काम करने का आरोप लगा रहे थे। पीएम ने दोनों मुद्दों पर पूछे सवालों का जवाब देते हुए कहा कि सरकार ने ट्रिपल तलाक के मुद्दे पर जो अध्यादेश संसद में प्रस्तुत किया था उसका मूल कारण लैंगिक समानता की स्थापना करना था। 
'पाकिस्तान और इस्लामिक देशों में बैन है ट्रिपल तलाक' 
पीएम मोदी ने कहा कि अधिकतर इस्लामिक देशों में ट्रिपल तलाक बैन है। यहां तक की पाकिस्तान में भी ट्रिपल तलाक पर रोक लगाई गई है, ऐसे में यह कहा जा सकता है कि यह धर्म या आस्था से जुड़ा मुद्दा नहीं। ट्रिपल तलाक का विषय मूल रूप से समाजिक न्याय और लैंगिग समानता से जुड़ा है, ऐसे में आस्था और इस मुद्दे को बिल्कुल अलग रखना होगा। 

हर मंदिर की है अपनी-अपनी परंपरा: PM 
वहीं सबरीमाला में 10-50 वर्ष की महिलाओं के प्रवेश को बैन करने के मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए पीएम ने कहा, 'पूरे भारत में सभी को समान अधिकार देने की प्रथा रही है, लेकिन कुछ मंदिरों की अपनी मान्यताएं हैं और इसका एक छोटा सा दायरा है। कुछ मंदिरों में पुरुषों का जाना मना है तो कुछ मंदिरों में महिलाओं को प्रवेश ना देने की प्रथा है और पुरुष भी इन मंदिरों में नहीं जाते। ऐसे में सबरीमाला के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट की महिला जज का जो फैसला है उसको बारीकी से पढ़ने की जरूरत है। उन्होंने एक महिला जज के नाते इस समस्या को देखकर कुछ सुझाव दिए हैं, कभी ना कभी उन पर भी चर्चा होनी चाहिए।' 

पीएम ने बताई सर्जिकल स्ट्राइक की जुड़ी कई बातें 
बता दें कि पीएम मोदी ने मंगलवार को दिए अपने साक्षात्कार में तमाम अन्य मुद्दों पर बातचीत की है। खास इंटरव्यू के दौरान जहां पीएम ने सर्जिकल स्ट्राइक से जुड़े विषयों पर तमाम बातचीत की, वहीं राम मंदिर और महागठबंधन के पक्ष पर भी सरकार का पक्ष रखा। सर्जिकल स्ट्राइक के मुद्दे पर पीएम ने कहा, 'उरी में हुए आतंकी हमले में भारतीय सेना के कई जवानों को जिंदा जला दिया गया था। इसकी वजह से मेरे साथ-साथ भारतीय सेना के जवान भी बहुत गुस्से में थे, जिसके बाद सर्जिकल स्ट्राइक की योजना बनाई गई।' 

 2019 के पहले इंटरव्यू में मोदी का राम मंदिर पर बड़ा बयान

'ऑपरेशन फेल होने पर भी सूर्योदय से पहले लौट आने के थे निर्देश' 
सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया, 'मैंने उन्हें साफ निर्देश दिए थे कि आपको सफलता मिलती है या आप असफल भी रहते हैं। इन सबके बारे में मत सोचिएगा लेकिन सूर्योदय से पहले वापस लौट आइएगा। बेवजह के किसी उम्मीद में मत फंसिएगा और न ही इसे आगे बढ़ाइएगा।' जोर देते हुए उन्होंने कहा कि वह नहीं चाहते थे कि ऑपरेशन के दौरान कोई भी सैनिक शहीद हो, इसके लिए साफ तौर पर निर्देश थे कि यदि वह असफल भी होते हैं तो वे सूर्योदय से पहले वापस लौट आएं।

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