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RGAन्यूज़ संवाददाता दिल्ली गाजियाबाद
केंद्र सरकार ने देश के प्रत्येक जिले में खेती की जमीन की भूलेख मैपिंग का अभियान शुरू कराया जिस कारण अकेले गाजियाबाद में न केवल दयाल सिंह बल्कि 1702 ऐसे किसानों की जानकारी हो सकी जो अब इस दुनिया में नहीं रहे लेकिन राशि खाते में जा रही थी।
गाजियाबाद,संवाददाता:- मोदीनगर के दयाल सिंह की मृत्यु हुए छह माह का समय हो गया है, लेकिन कृषि विभाग के अधिकारियाें की नजर में वह जिंदा हैं, सिर्फ जिंदा ही नहीं हैं वह खेती करने के लिए भी जाते हैं। यही वजह है कि उनके बैंकखाते में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की धनराशि भी भेजी जाती है। हैरत की बात यह है कि स्वजनों ने भी कभी इस पर आपत्ति नहीं जताई। शुक्र है कि केंद्र सरकार ने देश के प्रत्येक जिले में खेती की जमीन की भूलेख मैपिंग का अभियान शुरू कराया, जिस कारण अकेले गाजियाबाद में न केवल दयाल सिंह बल्कि 1,702 ऐसे किसानों की जानकारी हो सकी, जो अब इस दुनिया में नहीं रहे।
धनराशि की वसूली के लिए भेजा जाएगा नोटिस
पीएम किसान सम्मान निधि की धनराशि जिन 1,702 किसानों के बैंकखाते में उनकी मृत्यु के बाद भेजी गई है, उनके बैंकखाते से इस धनराशि को वापस लिया जाएगा, यदि स्वजन ने उनके बैंकखाते से रुपये निकाल लिए हैं तो उनसे वसूली की जाएगी। उनको इस संबंध में नोटिस भेजा जाएगा, नोटिस मिलने के बाद यदि रुपये जमा नहीं कराए तो कार्रवाई होगी। वहीं, किसानों के सत्यापन में जिस अधिकारी की लापरवाही मिलेगी उसके खिलाफ भी कार्रवाई होगी।