

RGAन्यूज़ दिल्ली गाजियाबाद संवाददाता
गाजियाबाद के विजयनगर औद्योगिक क्षेत्र स्थित एक फैक्टरी में बदमाशों ने करीब साढ़े तीन घंटे तक डाका डाला। यहां गुप्ता मेटल वर्क्स के नाम की फैक्टरी में 10 हथियारबंद बदमाशों ने गुरुवार रात दो बजे धावा बोला। बदमाश गार्ड व सहकर्मी को बंधक बनाकर अपने साथ लाए ट्रक में 45 लाख का कॉपर और एक टन लेड लूटकर भाग गए। बदमाशों के जाने के बाद गार्ड हरिपाल और समतादास ने खुद को किसी प्रकार बंधनमुक्त कर मामले की जानकारी फैक्टरी के मालिक आईपी एक्सटेंशन दिल्ली निवासी अनूप गुप्ता को दी। उन्होंने पुलिस को मामले की सूचना दी।
अनूप गुप्ता ने बताया कि फैक्टरी में हरिपाल और समतादास थे जो खाट पर सो रहे थे। रात करीब दो बजे बदमाश दीवार फांदकर फैक्टरी में घुसे और हरिपाल और समतादास पर हथियार तानकर बांध दिया। बदमाशों ने दोनों के साथ मारपीट की। बदमाशों ने गार्ड हरिपाल और समतादास के हाथ-पैर कपड़ों से बांध दिए और आंखों पर पट्टी बांध दी। इसके बाद फैक्टरी के गेट का अंदर से ताला तोड़कर अपना ट्रक अंदर घुसा लिया और कॉपर व लेड ट्रक में भर लिया। समतादास ने फैक्टरी के बाहर आकर एक चालक और उसके ट्रांसपोर्टर की मदद से अनूप गुप्ता को सुबह साढ़े पांच बजे सूचना दी।
एसएसपी से मदद मांगने पर पहुंची पुलिस
अनूप गुप्ता ने बताया कि सूचना मिलने पर वह फैक्टरी पहुंचे। वहां से पुलिस को सूचना देने के लिए डायल 112 मिलाया लेकिन नहीं लगा। इसके बाद एसएसपी आवास पर कॉल कर इसकी सूचना दी। तब जाकर मौके पर पुलिस पहुंची।
बदमाशों ने गार्ड के कमरे को भी खंगाला
बदमाशों ने गार्ड के कमरे में रखे संदूक का ताला भी तोड़ा। अनूप गुप्ता ने बताया कि नकदी व अन्य सामान मिलने की उम्मीद में गार्ड के कमरे में रखे उसके संदूक का ताला तोड़ा होगा। बदमाशों ने गार्ड का सभी सामान इधर-उधर फेंक दिया। अनूप ने बताया कि फैक्टरी में करीब 12 दिनों से मरम्मत का काम चल रहा था। इसके लिए फैक्टरी में चार-पांच मिस्त्री लगे हैं जो मशीन व अन्य औजारों की मरम्मत कर रहे हैं।
बदमाशों ने कहा- पहचान लेंगे आंखों पर पट्टी बांधों
बदमाशों ने गार्ड हरिपाल और समतादास को बांधने के बाद फैक्टरी में बने दो कमरे के ताले तोड़े और माल ट्रक में भर लिया। इसी बीच एक बदमाश ने अपने साथियों से कहा कि दोनों देख रहे हैं पहचान लेंगे, दोनों की आंखों पर पट्टी बांधों। बदमाशों ने अनूप के केबिन की चाबी भी गार्ड से ली थी लेकिन उसका ताला नहीं खोला। बदमाशों को पता था कि ताला खोलने से कोई फायदा नहीं होगा। इससे साफ है कि किसी करीबी ने ही वारदात को अंजाम दिया है। ऐसे में पुलिस ने फैक्टरी में काम करने वाले सभी कामगारों की सूची और माल ले जाने वाले चालकों की सूची फैक्टरी मालिक अनूप से ली है।