हापुड़ के मेडिकल कालेज में एमबीबीएस सेकेंड ईयर की छात्रा ने लगाई फांसी, परिजनों को दी सूचना

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RGAन्यूज़ हापुड़ दिल्ली संवाददाता

छात्रा की आत्महत्या के सिलसिले में हॉस्टल के कमरे की जांच भी की गई है। फिलहाल कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखकर पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

हापुड़/पिलखुवा, RGAन्यूज़ संवाददाता:- हापुड़ जिल के पिलखुवा में स्थिती मेडिकल कालेज में कानपुर की रहने वाली एमबीबीएस द्वितीय वर्ष की छात्रा ने शनिवार दोपहर फांसी के फंदे पर लटककर जान दे दी। कालेज के छात्रावास में बने के एक कमरे में छात्रा का शव पंखे से लटका मिला। सहपाठी छात्राओं ने इसकी जानकारी कालेज के कर्मचारियों और पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और कमरे का दरवाजा तोड़कर छात्रा के शव को बाहर निकाला गया। हादसे की सूचना छात्रा के स्वजन को दे दी गई है।

काफी देर तक दरवाजा नहीं खोलने पर हुआ शक

हापुड़ से एसपी दीपक भूकर ने बताया कि कानपुर की रहने वाली शैलजा सिंघल पिलखुवा के जीएस मेडिकल कालेज से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही थी। वह एमबीबीएस द्वितीय वर्ष की छात्रा थी। कालेज में बने छात्रावास के एक कमरे में वह सहपाठी छात्राओं के साथ रहती थी। शनिवार दोपहर शैलजा की सहपाठी छात्रा उसके कमरे में पहुंची। दरवाजा खटखटाने पर शैलजा ने काफी देर तक दरवाजा नहीं खोला। जिसके बाद सहपाठी छात्रा को शक हुआ और उसने कालेज एवं छात्रावास के अधिकारियों और कर्मचारियों को इसकी जानकारी।

छात्रा के कमरे की हुई जांच

किसी तरह शैलजा के कमरे की खिड़की खोलकर उन्होंने अंदर झांका तो सभी हतप्रभ रह गए। शैलजा का शव कमरे में लगे पंखे से फंसी के फंदे पर लटका हुआ था। उन्होंने तत्काल मामले की सूचना पुलिस को दी। सूचना के बाद थाना पिलखुवा प्रभारी निरीक्षक मुनीष प्रताप चौहान भारी संख्या में पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने किसी तरह दरवाजा तोड़कर शव को बाहर निकाला। 

फोरेसिंक टीम जुटा रही सुराग

वारदात के बाद पुलिस ने कालेज और छात्रावास के अधिकारियों एवं कर्मचारी से पूछताछ की। शैलजा के करीब छात्र-छात्राओं से पूछताछ की गई। मौके पर पहुंचकर फोरेंसिक टीम ने शैलजा के कमरे की जांच शुरू कर दी है। हालांकि अभी तक उनके हाथ कोई ठोस सुराग नहीं लगा है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही मामले से पर्दा हटा दिया जाएगा। 

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