मांगों के समर्थन में संविदाकर्मियों ने बुलंद की आवाज​

Praveen Upadhayay's picture

RGA News ब्यूरो चीफ ,मुरादाबाद

-सीएमओ कार्यालय पर चौथे दिन भी जारी 

चार सूत्रीय मांगों को लेकर सोमवार से चल रही संविदाकर्मियों की हड़ताल गुरुवार को चौथे दिन भी जारी रही। हड़ताली कर्मचारियों ने सीएमओ कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन कर अपने मांगों के समर्थन में आवाज बुलंद की। वक्ताओं ने मांगे न मानने पर सरकार को कोसते हुए कहा कि मांग पूरी होने तक हड़ताल जारी रहेगी।

उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारी संघ के बैनर तले संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी व आशा कार्यकत्रियां सोमवार से चार सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेशव्यापी हड़ताल पर हैं। गुरुवार को हड़ताली कर्मचारियों ने सीएमओ कार्यालय के बाहर धरना-प्रदर्शन किया। धरने को डिप्लोमा मेडिकल एम्लाइज यूनियन, टीबी कर्मचारी संगठन आदि ने भी समर्थन दिया। वक्ताओं ने कहा कि कई बार चेतावनी देने के बाद भी सरकार ने मांगे नहीं पूरी की। संविदा कर्मचारियों को लगातार शोषण किया जा रहा है। नियमित कर्मचारियों के बराबर काम लेने के बावजूद उन्हे मामूली मानदेय दिया जा रहा है। संविदा कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष अजीजुर रहीम ने धरने में बताया कि प्रदेश संगठन की ओर से गृहमंत्री राजनाथ सिंह को ज्ञापन सौंपा गया है। क्योंकि उन्होंने लखनऊ में अयोजित रैली के दौरान हमारी मांगों का समर्थन किया था। साथ ही कहा कि मांगे पूरी होने तक हड़ताल जारी रहेगी। धरना-प्रदर्शन में कर्मचारी नेता संदीप बडोला, हेमंत चौधरी, निश्चल भटनागर, डॉ. वकील अहमद, डॉ. अनीता मौर्य, विपिन भट्टा आदि शामिल रहे।

ये है चार मांगे

-संविदा कर्मचारियों का नियमितीकरण

-समान कार्य के लिए समान वेतन देना

-एचआर पॉलिसी लागू करना

-ठेकेदारी प्रथा खत्म करके आशा कार्यकत्रियों का मानदेय दस हजार करना

कई सेंटरों पर स्वास्थ्य सेवाएं ठप

संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल से जिले में स्वास्थ्य सेवाओं पर बुरी तरह असर पड़ रहा है। बताया गया कि मुरादाबाद में करीब 70 चिकित्सक समेत 1500 कर्मचारी स्वास्थ्य विभाग में तैनात है। तीन दर्जन से अधिक टीकाकरण सेंटर संविदाकर्मियों के भरोसे ही चल रहे हैं। इनमें चार दिन से हड़ताल के कारण टीकाकरण ठप है। सीएचसी और पीएचसी में भी स्टाफ की कमी के कारण मरीजों को उपचार नहीं मिल पा रहा है। जिला अस्पताल के ओपीडी में मरीजों को लंबी लाइन लगानी पड़ रही है। उन्हे समय पर इलाज नहीं मिल रहा है। आलम यह है कि नियमित स्टाफ से ओवर टाइम कराके किसी तरह आपात स्वास्थ्य सेवाओं समेत अन्य सेवाओं को बहाल रखा गया है।

टीबी विभाग में नहीं बंट रही दवाएं

टीबी रोगियों के लिए जिला अस्पताल में बनाए गए आरएनटीसी केंद्र में लगभग सभी कर्मचारी संविदा पर ही हैं। संविदा कर्मचारी संघ के जिला मंत्री ने बताया कि हड़ताल पर जाने के कारण आरएनटीसी में कोई नया टीबी का मरीज नहीं देखा जा रहा है। इतना ही नहीं पुराने मरीजों को दवाएं भी नहीं मिल पा रही हैं।

News Category: 

Scholarly Lite is a free theme, contributed to the Drupal Community by More than Themes.