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RGA News नई दिल्ली
आय से अधिक संपत्ति मामले का सामना कर रहे हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और उनकी पत्नी प्रतिभा सिंह को हाईकोर्ट से राहत नहीं मिली। दिल्ली हाईकोर्ट ने बुधवार को सिंह दंपति की उस मांग को ठुकरा दिया, जिसमें उन्होंने निचली अदालत द्वारा खुद पर भ्रष्टाचार मामले में आरोप तय करने के आदेश को चुनौती दी है। हालांकि हाईकोर्ट ने सिंह दंपति की याचिका पर सीबीआई से जवाब मांगा है।
न्यायमूर्ति सुनील गौर ने कहा, ‘मैं इस मामले किसी भी तरह का कोई अंतरिम आदेश पारित नहीं कर रहा हूं।’ उन्होंने सिंह दंपति की ओर से पेश अधिवक्ता से कहा कि निचली अदालत में आरोप तय होने दीजिए, हम आपकी बातों को सुनेंगे और इसके बाद आदेश पारित करेंगे। इस मामले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वीरभद्र सिंह और उनकी पत्नी के खिलाफ निचली अदालत में 22 फरवरी को आरोप तय किए जाने हैं। निचली अदालत ने 10 दिसंबर, 2018 को मामले में उन पर मुकदमा चलाने के लिए भ्रष्टाचार व अन्य आरोपों में मुकदमा चलाने के लिए आरोप तय करने के आदेश दिए थे। निचली अदालत के इसी आदेश को सिंह दंपति ने हाईकोर्ट में चुनौती दी है।
इसके साथ ही हाईकोर्ट ने सीबीआई से जवाब तलब करते हुए मामले की अगली सुनवाई 16 अप्रैल को तय किया है। निचली अदालत ने सिंह दंपति के अलावा मामले में 7 अन्य लोगों पर मुकदमा चलाने के लिए आरोप तय करने का आदेश दिया था। सिंह दंपति पर सीबीआई ने 10 करोड़ रुपये मूल्य के आय से अधिक संपत्ति रखने का आरोप लगाया है।