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नई दिल्ली, ब्यूरो
दिल्ली दलित उत्पीड़न कानून पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भाजपा के साथ ही विपक्ष के निशाने पर आए आरएसएस ने आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। आरएसएस के सरकार्यवाह भैयाजी जोशी ने बयान जारी कर साफ किया कि संघ दलितों के उत्पीड़न के खिलाफ जैसे कानून के कड़ाई से लागू करने के पक्ष में है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में सरकार की ओर दाखिल पुनर्विचार याचिका को सही कदम बताया।
किसी पार्टी का नाम लिए बिना भैयाजी जोशी ने कहा कि कुछ लोग संघ के खिलाफ जहर उगलने में जुटे हैं और उसके खिलाफ दुष्प्रचार कर रहे हैं। उन्होंने साफ किया कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से संघ का कोई लेना-देना नहीं होने के बावजूद इसमें उसका नाम घसीटा जा रहा है। भैयाजी जोशी के अनुसार संघ हमेशा से सामाजिक सद्भाव, समरसता का परस्पर प्रेम का संदेश देता है। लेकिन इसके साथ ही संघ दलितों के साथ किसी भी प्रकार के भी उत्पीड़न के भी सख्त खिलाफ है। उन्होंने कहा कि संघ चाहता है कि देश में दलित उत्पीड़न कानून को कड़ाई से लागू किया जाए।