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भाजपा के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार पार्टी की जीत के प्रति आश्वस्त प्रधानमंत्री मन की बात की तैयारियों में जुट गए हैं।मन की बात हमेशा महीने के अंतिम रविवार को प्रसारित होता था।...
नई दिल्ली:- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर अपने कार्यक्रम 'मन की बात' के नए संस्करण के साथ श्रोताओं के सम्मुख होंगे। 23 मई को चुनाव नतीजे आने के बाद वह 26 मई को 'मन की बात' कर सकते हैं। ध्यान देने की बात है कि 24 फरवरी (53वें एपिसोड) को अपने पिछले 'मन की बात' कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने मई के अंतिम सप्ताह में फिर से मिलने का वादा किया था। इसके बाद मार्च और अप्रैल महीने में इसका प्रसारण नहीं हुआ।
भाजपा के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार, पार्टी की जीत के प्रति आश्वस्त प्रधानमंत्री 'मन की बात' की तैयारियों में जुट गए हैं। चूंकि 'मन की बात' कार्यक्रम हमेशा हर महीने के अंतिम रविवार को प्रसारित होता था और इस बार मई का अंतिम रविवार 26 तारीख को है, इसीलिए इस दिन 11 बजे ही 'मन की बात' कार्यक्रम प्रसारित किया जाएगा।
वैसे तो अभी तक 'मन की बात' कार्यक्रम का विषय तय नहीं है, लेकिन इसका राजनीति और चुनाव से कोई लेना-देना नहीं होगा। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री ने हमेशा 'मन की बात' को राजनीति से दूर रखा है और इसे केवल सामाजिक और समसामयिक मुद्दों तक सीमित रखा है। इस बार भी ऐसा ही होगा।
मालूम हो कि 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने गैर राजनीतिक मुद्दों पर जनता के बीच अपने मन की बात रखने की शुरुआत की थी। पहले कार्यक्रम का प्रसारण तीन अक्टूबर, 2014 को हुआ था। 27 जनवरी, 2015 में प्रसारित हुए चौथे कार्यक्रम में उनके साथ तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा भी शामिल हुए थे।
वह उस वर्ष गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि थे। उस दौरान उन्होंने कई भारतीय नागरिकों के सवालों के जवाब दिए थे। साथ ही उन्होंने अमेरिका में उनके प्रशासन द्वारा लागू की गई नीतियों के बारे में जानकारी भी दी थी।