नौ दिन जेल में रहने के बाद पता चला कि वे निर्दोष है

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RGA न्यूज़ गोरखपुर

गोरखपुर में फर्जी शस्‍त्र लाइसेंस की जांच में कई ऐसे लोगों को जेल भेज दिया गया जिनके शस्‍त्र लाइसेंस असली थे। ...

गोरखपुर:- फर्जी शस्त्र लाइसेंस के आरोप में नौ दिनों तक जेल में रहने वाले 10 में से सात लाइसेंसियों की वैधता को स्वीकार करते हुए जिलाधिकारी ने वैधता रिपोर्ट एसएसपी को सौंप दी है। शेष तीन के रिपोर्ट भी जल्द ही भेज दिए जाएंगे।

नए सिरे से जांच हुई तो निर्दोष पाए गए

फर्जी शस्त्र लाइसेंस मामले में खोराबार क्षेत्र के 10 शस्त्र लाइसेंसधारकों को वैध लाइसेंस होने के बावजूद फर्जी के आरोप में जेल भेज दिया गया था। नौ दिनों तक जेल में रहने के बाद जमानत पर बाहर आए लोगों ने अपने-अपने शस्त्र लाइसेंस की फाइल मांगी। सूचना मांगने के बाद जिला प्रशासन ने सभी फाइलों की नए सिरे से पड़ताल कराई तो चौंकाने वाले मामले सामने आए। सभी लाइसेंसधारकों के मूल दस्तावेज कार्यालय में मिल गए। उन्हें शस्त्र अनुभाग से सत्यापित प्रति भी उपलब्ध करा दी गई। मूल दस्तावेज मिलने के बाद लाइसेंसियों ने जिलाधिकारी को आवेदन देकर उन पर लगे मुकदमे को हटाने की मांग की। उन्होंने कहा कि बिना किसी गलती के उन्हें गलत आरोप में फंसा दिया गया। जिलाधिकारी ने सभी के नकल की मिलान मूल दस्तावेजों से कराई और एसएसपी को पत्र लिखकर मामले से अवगत कराया।

मुकदमे में लगेगी फाइनल रिपोर्ट

इसी क्रम में उन्हें वैधता रिपोर्ट दी गई है। सात लोगों की वैधता रिपोर्ट भेजने के बाद अब शेष तीन लाइसेंसधारियों की रिपोर्ट भी जल्द ही भेज दी जाएगी। इनके आवेदन देर से मिलने के कारण अभी रिपोर्ट नहीं आ पाई है। जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पांडियन ने बताया कि सात लाइसेंसधारियों की वैधता रिपोर्ट एसएसपी को भेजी गई है। उधर प्रशासनिक जांच रिपोर्ट मिलने के बाद पुलिस फर्जी बताकर आरोपित किए गए लोगों के मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगाने की प्रक्रिया में जुट गई है।

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