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RGA न्यूज़ दिल्ली
Anti CAA protests सरकार के तमाम स्पष्टीकरणों के बावजूद हिंसक प्रदर्शनों का सिलसिला जारी है। गुरुवार को कई शहरों में धारा 144 लागू होने के बावजूद लोग बड़ी संख्या में सड़कों पर हिंसक तांडव करते रहे। .
नई दिल्ली:- नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का विरोध हर दिन जोर पकड़ता जा रहा है। सरकार के तमाम स्पष्टीकरणों के बावजूद हिंसक प्रदर्शनों का सिलसिला जारी है। हालात यह कि गुरुवार को कई शहरों में निषेधाज्ञा (धारा 144) लागू होने के बावजूद लोग बड़ी संख्या में सड़कों पर उतर कर हिंसक तांडव करते रहे। उनके गुस्से का शिकार पुलिस भी हुई। सबसे ज्यादा हिंसा उप्र की राजधानी लखनऊ में हुई, जहां दो थाने और दर्जनों वाहन फूंक दिए गए। उग्र भीड़ से निपटने के लिए पुलिस को कई जगह लाठीचार्ज तथा आंसू गैस का इस्तेमाल करना पड़ा। इंटरनेट भी बंद करना पड़ा। हालांकि बंगाल, असम व मेघालय जैसे राज्यों में प्रदर्शन आम तौर पर शांतिपूर्ण रहे।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में राजघाट, शांतिवन, दरियागंज, जामिया नगर, कश्मीरी गेट तथा जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए मेट्रो रेल के 20 स्टेशन बंद कर दिए गए। हालांकि स्थिति सामान्य होने पर सभी मेट्रो स्टेशनों को खोल दिया गया। निषेधाज्ञा का उल्लंघन कर प्रदर्शन करने पहुंचने सैकड़ों छात्रों, कार्यकर्ताओं और विपक्षी नेताओं को हिरासत में ले लिया गया। इनमें सीताराम येचुरी, डी. राजा, नीलोत्पल बसु, बृंदा करात, अजय माकन, संदीप दीक्षित तथा योगेंद्र यादव शामिल हैं। दिल्ली के कई इलाकों में इंटरनेट, वॉयस और मैसेजिंग सेवाएं रोक दी गई। इस बीच, हिंसा से उत्पन्न हालात की समीक्षा के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने समीक्षा बैठक बुलाई है।
कहां क्या हालात
उत्तर प्रदेश : संभल में इंटरनेट सेवा रोकी
राजधानी लखनऊ के मदेयगंज और ठाकुरगंज में पुलिस चौकी फूंक दी गई। चौकी के बाहर खड़े वाहनों को भी जला दिया गया। शहर में अन्य जगहों पर भारी पथराव और आगजनी हुई है। संभल में एक सरकारी बस को जलाए जाने के बाद इंटरनेट सेवाएं रोक दी गई हैं। राज्य के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने बताया कि लखनऊ में हालात को काबू करने के लिए पुलिस को कई जगह लाठीचार्ज तथा आंसू गैस का इस्तेमाल करना पड़ा। कुछ जगहों पर प्रदर्शनकारियों द्वारा गोली चलाने की भी खबरें हैं। करीब 20 लोगों को हिरासत में लिया गया है। राज्य के अलीगढ़ समेत कई अन्य शहरों में भी प्रदर्शन हुए हैं।
गुजरात: अहमदाबाद में 200 लोग जुटे
अहमदाबाद के सरदार बाग में भी नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) तथा राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के विरोध में प्रदर्शन करने के लिए करीब 200 लोग जुटे। प्रदर्शन की अनुमति नहीं होने से पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया तथा 20 लोगों को हिरासत में ले लिया। विरोध प्रदर्शन का आह्वान वामपंथी दलों तथा उनसे जुड़े संगठनों ने किया था।
बिहार : रेल यातायात बाधित की
बिहार में वामपंथी छात्र संगठनों ने राजेंद्र नगर टर्मिनस पर सुबह ही रेल यातायात बाधित की। वहीं, पप्पू यादव के नेतृत्व वाली जन अधिकार पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह सड़कों पर टायर जलाए। जहानाबाद में भाकपा (माले) ने राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम किया।
महाराष्ट्र : मुंबई में विरोध प्रदर्शन
कांग्रेस, राकांपा तथा अन्य दलों ने 'हम भारत के लोग' नामक एक मोर्चा बनाकर मुंबई के अगस्त क्रांति मैदान में विरोध प्रदर्शन किया। हालांकि इसमें शिवसेना शामिल नहीं हुई। पुणे और नागपुर में भी इसी प्रकार के प्रदर्शन हुए।
कर्नाटक : गुहा समेत 300 हिरासत में
भाकपा ने बेंगलुर, हुब्बाल्ली, कलबुर्गी, हासन, मैसुर तथा बल्लारी समेत कई अन्य जगहों पर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान बेंगलुर में प्रसिद्ध इतिहासकार रामचंद्र गुहा समेत करीब 300 लोगों को निषेधाज्ञा उल्लंघन के आरोप में एहतियाती तौर पर हिरासत में लिया गया। मेंगलुर में भी पथराव कर रहे प्रदर्शनकारियों को खदे़ड़ने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया।
दिल्ली में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस को भेंट किए गुलाब
हिंसक और अराजक प्रदर्शन के बीच राष्ट्रीय राजधानी में जंतर मंतर पर प्रदर्शनकारियों की 'गांधीगीरी' भी दिखी। उन्होंने वहां तैनात पुलिस कर्मियों को यह कहते हुए गुलाब के फूल भेंट किए कि आप जितना चाहो लाठी चलाओ लेकिन हमारा संदेश 'नफरत के बदले प्यार' ही है। प्रदर्शन में शामिल कुछ वकील वहां हिरासत में लिए जा रहे लोगों को कानूनी मदद करते भी देखे गए।