
RGA न्यूज़ गोरखपुर
विधायक डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल पर गाली देने का आरोप लगाकर जल निगम के इंजीनियर छुट्टी पर चले गए हैं। ...
गोरखपुर:- गोरखपुर नगर से भाजपा विधायक डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल पर गाली देने का आरोप लगाकर जल निगम के इंजीनियर छुट्टी पर चले गए हैं। सभी रामगढ़ताल परियोजना से जुड़े हैं। पिछले महीने तीन दिनों तक हुई सीवर लाइन की जांच के दौरान विधायक पर इंजीनियरों को गाली देने के आरोप लगे हैं। इंजीनियरों ने 30 दिसंबर से 28 जनवरी तक सामूहिक अवकाश पर जाने की बात कही है।
इंजीनियरिंग कॉलेज, नंदा नगर आदि इलाकों में तकरीबन डेढ़ साल से जल निगम सीवर लाइन डलवा रहा है। सीवर लाइन बिछाने में हो रही देर के कारण नागरिकों को काफी दिक्कत हो रही है। मोहल्लों में बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। रोजाना कोई न कोई गिरकर चुटहिल हो रहा है।
विधान सभा में उठ चुका है मुद्दा
नगर विधायक डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल सीवर लाइन बिछाने में हो रही देर का मामला दो बार विधानसभा में उठे चुके हैं। साथ ही आरोप लगाया है कि सीवर लाइन बिछाने में मानकों का भी पालन नहीं किया जा रहा है। विधानसभा अध्यक्ष के निर्देश पर नगर विकास मंत्री ने तीन सदस्यीय जांच दल को सीवर लाइन बिछाने की जांच के लिए भेजा। 28, 29 और 30 दिसंबर को टीम ने नंदा नगर, दरगहिया, इंजीनियरिंग कॉलेज आदि इलाकों में सीवर लाइन बिछाने की जांच की। जल निगम के इंजीनियरों का आरोप है कि नगर विधायक ने गाली दी और इंजीनियरों के बच्चों को सीवर लाइन में फेंकने की धमकी दी।
वीडियो डिलीट करा दिया
इंजीनियरों का आरोप है कि नगर विधायक ने जब गाली देनी शुरू की तो स्टाफ से कहकर हमने वीडियो बनवाना शुरू कर दिया। नगर विधायक ने अपने लोगों को इशारा कर मोबाइल छीन दिया और वीडियो डिलीट करा दी।
हमने दिन-रात एक कर काम किया
रामगढ़ताल परियोजना के प्रबंधक रतनसेन सिंह कहते हैं कि हमने दिन-रात एक कर शहर को सुंदर बनाने का काम किया। आज रामगढ़ताल इलाका पूर्वांचल के दर्शनीय स्थलों में शुमार है लेकिन इसका परिणाम हमें गाली सुन कर मिल रहा है। हम बहुत दुखी हैं।
यह इंजीनियर गए छुट्टी पर
रामगढ़ताल परियोजना प्रबंधक रतनसेन सिंह, सहायक परियोजना अधिकारी अमरजीत यादव, सुजीत चौरसिया, सुधीर कनौजिया, विकास दुबे
यह हैं विधायक पर आरोप
विधायक ने इंजीनियरों से कहा, 'नंगा करके मारुंगा'
विधायक ने जनता से कहा, 'आप लोग इन्हें (इंजीनियरों को) बांधकर मारते क्यों नहीं'
विधायक ने इंजीनियरों से कहा, 'इनके (इंजीनियरों को) बच्चों को सीवर लाइन में डाल दें तब समझ में आएगा'
विधायक ने कहा
इस संबंध में विधायक डा. राधा मोहन दास अग्रवाल का कहना है कि वर्ष 2002 से नागरिकों ने हमें अपना विधायक बनाया हुआ है, हमारी जिम्मेदारी सिर्फ उनसे है। किसी अभियंता या अधिकारी से कतई नहीं है। जब नागरिकों का जीवन कोई अभियंता नरक करेगा या उसके पैसे में भ्रष्टाचार करेगा तो हम हमेशा खडा रहते हैं और आगे भी रहेंगे। आज ये हमारे गुस्से से नाराज हैं तो हमारे गुस्सा होने के पहले पचासों हजार नागरिकों का जीवन नारकीय क्यों किया ? जमीन में फटी हुई घटिया पाइपें डाल दीं और बिना गुस्सा हुए हमने पकड लिया तो कार्यवाही क्यो नही की ? दो साल से सीवर लाइन डालने के नाम पर 15 मोहल्लों की सारी सड़कें तोड़ डालीं, महिलाएं पैर तुड़़वाकर इलाज करा रही हैं। दस महीने पहले हमने निरीक्षण किया और विधानसभा में सवाल उठाया तो कान में तेल डालकर क्यों बैठे रहे। आज जब उच्चस्तरीय जांच टीम आ गई तो अवकाश, हडताल की धमकी देकर बचना चाहते हैं। हमारा आचरण, व्यवहार और शब्द-कोश के बारे में पूरा शहर जानता है। इनकी संवेदनहीनता और भ्रष्टाचार से त्रस्त नागरिक मुझे भला-बुरा कह रहे हैं इसमें उनकी कोई गलती नहीं है। लेकिन मैं इन्हें कब तक झेलूं। सत्ता का विधायक होने के बावजूद अपने राजनैतिक भविष्य को खतरे में डालकर दो बार विधानसभा में उठा चुका, अब क्या करू? इनके पैर छूकर इन्हें माला पहनाऊ और नागरिकों का जीवन नारकीय करने के लिए धन्यवाद दूं ?