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कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते अब वहां विमान वाहक और लड़ाकू जेट विमान बनाने वाली कंपनियों में भी काम बंद कर दिया गया है। ...
नई दिल्ली:- कोरोना वायरस चीन की कमरतोड़ कर रख दी है। वायरस का इतना खौफ है कि हर क्षेत्र इससे प्रभावित हुआ है। आलम ये है कि काफी संख्या में लोग अपने घरों में कैद हो गए हैं, चीन की अर्थव्यवस्था पर भी इसका असर साफ दिख रहा है। हमेशा व्यस्त रहने वाले मार्केट सूनसान और खाली पड़े हैं।
वायरस से बचने के लिए सिर्फ मास्को की बिक्री बढ़ी है बाकी सभी चीजें बंद हो गई हैं। और तो और बड़े से बड़े निर्माण कारखानों में भी उत्पादन बंद कर दिया गया है। मजदूरों को एक जगह पर एकत्र होने के लिए मना कर दिया गया है। शादी विवाह और श्मशान घाटों पर भी लोगों के जमा होने पर एक तरह से रोक लगा
वुहान और हुबेई में विमान वाहक और लड़ाकू जेट के कारखा
के वुहान और हुबेई प्रांतों में विमान वाहक और लड़ाकू जेट विमान बनाने के कारखाने हैं, इनमें सैकड़ों की संख्या में मजदूर काम करते हैं जब से इन दोनों प्रांतों में कोरोना वायरस फैला है उसके बाद से यहां पर हो रहे निर्माण कार्यों पर भी रोक लगा दी गई है। यहां की मीट मार्केट तो पूरी तरह से ताला लग चुका है। अब प्रशासन ने यहां पर बने इन दोनों निर्माण केंद्रों को भी बंद कर दिया है। यहां विमान वाहक पोत और लड़ाकू जेट विमान बनाने के काम बंद कर दिए गए हैं। ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार चीनी आयुध कंपनियों ने कोरोना वायरस के प्रसार को कम करने के लिए ही ये कदम उठाए हैं।
कंपनी ने कर दी कर्मचारियों की छुट्टी
शंघाई में जियांगन शिपयार्ड द्वारा जारी किए गए बयानों के अनुसार, जो कथित तौर पर चीन के तीसरे विमानवाहक पोत का निर्माण कर रहा है। पूर्वोत्तर चीन के लियाओनिंग प्रांत में J-15 वाहक आधारित लड़ाकू जेट की निर्माता कंपनी है। इस कंपनी में भी काम करने वाले कर्मचारियों की छुट्टी कर दी गई है। उनसे अगले आदेश तक इन कंपनियों में न आने के लिए कहा गया है जिससे कोरोना वायरस का प्रसार न हो सके। कंपनियों की ओर से कर्मचारियों से कहा गया कि जब तक अगला आदेश न मिले तब तक वो कंपनी में काम करने के लिए वापस न लौटे, इसी के साथ ये भी सलाह दी गई है कि वो कंपनी से जाने के बाद अगले 14 दिनों तक खुद को घर में अलग जगह पर रखें। जिससे इसका प्रसार न हो।
फाइटर जेट्स और एयरक्राफ्ट कैरियर बनाने में होगी देरी
इन कंपनियों में काम बंद हो जाने के बाद चीन को नए विमान वाहक और फाइटर जेट्स के निर्माण में देरी होगी। पर्यवेक्षकों ने कहा कि चीन गहरे नीले पानी की नौसेना के निर्माण की शुरुआत कर रहा है, इसमें शक्तिशाली विमान वाहक एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। पर्यवेक्षकों को डर है कि वुहान में, जहां वायरस की उत्पत्ति हुई है, वहां पर इसके प्रभाव और भी भारी हो सकते हैं।
वुहान निर्माण संस्थानों का घर
वुहान कई चीनी हथियारों और उपकरण डिजाइन और निर्माण संस्थानों का घर है। चीन में वुचांग शिपबिल्डिंग इंडस्ट्री ग्रुप कंपनी लिमिटेड पनडुब्बियों का निर्माण करता है। इंजीनियरिंग का नौसेना विश्वविद्यालय है जो विद्युत चुम्बकीय गुलेल, रेलगन जैसी उन्नत नौसेना प्रौद्योगिकियों का विकास कर रहा है। चाइना आर्म्स कंट्रोल एंड डिसआर्मामेंट एसोसिएशन के एक सीनियर एडवाइजर जू गुआंगयु ने बताया कि इस वायरस का चीन के हथियारों और उपकरणों के कार्यक्रमों पर असर पड़ेगा
है कि कोरोना वायरस को ये खतरा जल्द खत्म होने वाला है। इसके आगे कुछ और महीनों तक बरकरार रहने की उम्मीद है। फिलहाल चीन इस वायरस से निपटने के लिए बहुत बड़े पैमाने पर तैयारी कर चुका है। वैज्ञानिकों की एक टीम इस वायरस से निपटने के लिए टीका तैयार करने में लगी हुई है।