मुरादाबाद में सीबीआइ का छापा, प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक के जीएम 50 हजार की रिश्‍वत लेते पकड़े गए

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RGA न्यूज़ मुरादाबाद उत्तर प्रदेश

CBI raid in Moradabad सीबीआइ की टीम ने प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक में छापेमारी करके जिले में हलचला मचा दी। शहर में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है।...

मुरादाबाद:- गाजियाबाद से आई सीबीआइ की टीम ने प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक के महाप्रबंधक रविकांत को उनके घर से 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा। यह रिश्वत गाजियाबाद की रिकवरी एजेंसी से एनपीए (नॉन परफार्मिंग एसेट) की रिकवरी के लिए टेंडर दिए जाने के लिए मांगी गई थी। उनके घर से बराम हुए पांच लाख रुपये और एलईडी टीवी सीबीआइ टीम ने कब्जे में ले लिया। एक टीम घर में परिजनों से पूछताछ कर रही है। महाप्रबंधक रविकांत को घर से पकड़ने के बाद प्रथमा बैंक मुख्यालय ले जाया गया। वहां भी रिकार्ड खंगाला जा रहा है।

प्रथमा ग्रामीण बैंक के महाप्रबंधक रविकांत बैंक मुख्यालय से थोड़ी ही दूरी पर रामगंगा विहार में रहते हैं। रविवार दोपहर उनके घर पर कार से कुछ लोग आए थे। अपने साथ कुछ सामान लाए और उनके घर में रख दिया। पड़ोस में रहने वाले लोगों ने बताया कि करीब पांच बजे रविकांत को कुछ लोगों को विदा करते हुए देखा गया। अचानक से आसपास घूम रहे लोगों ने उन्हें दबोच लिया। कुछ अनहोनी की संभावना को देखते हुए पड़ोसी उन्हें बचाने के लिए दौड़े। जो टीम उन्हें पकड़े हुए थी, उन्होंने खुद को सीबीआइ से बताया तो पड़ोसी पीछे हट गए। इसके बाद टीम उन्‍हें घर के अंदर ले गई। थोड़ी ही देर में अंदर से सामान लाकर गाड़ी में रखा जाने लगा। करीब आधा घंटे बाद सीबीआइ की टीम उन्हें अपने साथ प्रथमा बैंक मुख्यालय ले गई।

रिकवरी एंजेसी को ठेका देने के लिए मांगी थी रिश्वत

प्रथमा बैंक करीब 200 शाखाओं में एनपीए हुए लोन की रिकवरी के लिए टेंडर होना है। इसके लिए दो एजेंसी ने आवेदन किया था। बताया जा रहा है कि गाजियाबाद की रिकवरी एजेंसी के बजाय दूसरी कंपनी को रुपये लेकर टेंडर देने की बात फाइनल हो गई थी। एजेंसी को जब इस बात की जानकारी हुई तो उसने रुपये देकर टेंडर दिलाए जाने पर सहमति जता दी। बताया जा रहा है कि पांच लाख रुपये 15 अगस्त काे दे दिए गए थे पर बाद में और रुपये और सामान की मांग की गई। इसके बाद एजेंसी ने सीबीआइ से संपर्क किया। रविवार को एजेंसी के सह संचालक और सीबीआइ की टीम ने पूरा प्लान बनाकर रविकांत को उनके घर से रंगे हाथ पकड़ा।

घर से बरामद हुए पांच लाख रुपये और एलइडी

टेंडर प्रथमा बैंक की 200 शाखाओं के एनपीए की रिकवरी के लिए होना था। इसलिए मोटी रिश्वत लिए जाने की बात बताई जा रही है। सीबीआइ की टीम घर और प्रथमा बैंक मुख्यालय के अंदर है और कोई जानकारी नहीं दे रही है। सूत्रों के अनुसार करीब 20 से 25 अधिकारी कर्मचारसीबीआइ टीम में शामिल है। बताया जा रहा है 50 लाख रुपये की मांग की गई थी। सीबीआइ की टीम को कैमिकल लगे 50 हजार रुपये तो पहले ही अपने कब्जे में ले लिए। इसके अलावा घर में रखे पांच लाख रुपये भी मिले हैं। जबकि रिकवरी एजेंसी संचालक की ओर से रविवार दोपहर में दिया गया एलइडी टीवी बरामद किया है।

इससे पहले भी जीएम के यहां पड़ चुका है छापा

इससे पूर्व भी प्रथमा बैंक के जीएम रहे शैलेश रंजन के घर सीबीआइ का छापा पड़ चुका है। सीबीआइ ने करीब एक साल पहले शैलेश रंजन के घर पर कोलकाता में हुए एक लोन घोटाले को में छापेमारी की थी यह लोन भी एनपीए हो चुका था। तब शैलेश रंजन की तैनाती कोलकाता पंजाब नेशनल बैंक में थी। अब जीएम रविकांत शैलेश रंजन के सेवानिवृत्त होने के बाद उस पद पर आए हैं।

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