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मौसम विभाग ने कहा कि दिल्ली में मानसून तय समय से एक-दो दिन पहले पहुंचेगा।
मानसून ने केरल में समय से तीन दिन पहले ही दस्तक दे दी है। मौसम विभाग ने कहा कि मंगलवार को केरल के ज्यादातर हिस्सों में यह पहुंच गया है। इसके साथ ही तमिलनाडु के कुछ इलाकों में भी मानसून की बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने कहा कि दिल्ली में मानसून तय समय से एक-दो दिन पहले पहुंचेगा।
मौसम विभाग के महानिदेशक के. जे. रमेश ने कहा कि दिल्ली में मानसून के पहुंचने की सामान्य तिथि 29 जून है। केरल में मानसून पहुंचने के तीन दिनों के भीतर मानसून दिल्ली पहुंचता है। चूंकि केरल में इस बार यह तीन दिन जल्दी पहुंचा है, इसलिए उम्मीद है कि तय समय से पहले मानसून दिल्ली और उत्तर भारत के हिस्सों में दस्तक देगा।
आईएमडी ने बताया कि मध्य अरब सागर, केरल के शेष हिस्सों, तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के हिस्सों, पूर्व - मध्य और पूर्वोत्तर बंगाल की खाड़ी के हिस्सों और पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ भागों में अगले 48 घंटे के दौरान मानसून के आगे बढ़ने के लिए स्थितियां अनुकूल है। दक्षिणी राज्य में मानसून पहुंचना देश में चार माह तक चलने वाले बारिश के मौसम की शुरुआत का प्रतीक है।
साथ ही मौसम विभाग ने कहा, 'आज, दक्षिण पश्चिम मानसून दक्षिण पूर्व अरब सागर, कोमोरिन-मालदीव क्षेत्र, पूरे लक्षद्वीप, केरल के अधिकांश हिस्सों, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों और बंगाल के मध्य और पूर्वोत्तर खाड़ी के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ गया है। इसलिए दक्षिण पश्चिम मानसून तय समय से तीन दिन पहले मंगलवार को केरल पहुंच गया है।' देश में मानसून पहुंचने की आधिकारिक तारीख एक जून है और इसे पूरे देश में सक्रिय होने में डेढ़ महीने का समय लगता है। यह लगातार दूसरा साल है जब मानसून ने तय समय से पहले दस्तक दी है। पिछले वर्ष वार्षिक बारिश सीजन 30 मई को शुरू हुआ था। मौसम पूर्वानुमान जारी करने वाली निजी एजेंसी 'स्काईमेट' ने हालांकि कहा था कि मानसून ने केरल में सोमवार को दस्तक दे दी थी।
मौसम विभाग ने बुधवार को उत्तर प्रदेश के दूरस्थ स्थानों पर आंधी-तूफान की चेतावनी भी जारी की है। विभाग ने कहा, 'हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, बिहार और उपहिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के दूरदराज के क्षेत्रों में तेज हवाओं के साथ बारिश होने का अनुमान है। मौसम विभाग के मुताबिक अगर राज्य के 14 उपलब्ध केंद्रों में से 60 फीसदी में 10 मई के बाद लगातार दो दिनों तक 2.5 मिलीमीटर या उससे ज्यादा बारिश दर्ज की जाती है तब मानसून के आगमन की घोषणा की जा सकती है। यह मौसम विभाग के मानसून की घोषणा करने के मानकों में से मुख्य है।