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यह iPhone 12 की ऑफिशियल फाइल फोटो है।
नई दिल्ली. भारत ने चीन से आने वाले इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट के नियमों को कड़ा कर दिया है। इससे चीनी से आयातित प्रोडक्ट को कड़े क्वॉलिटी क्लियरेंस कंट्रोल के नियमों से गुजरना पड़ता है। इसके चलते चीन से आने वाले Apple के iPhone 12 मॉडल के आयात में देरी हो रही है। साथ ही Xiaomi और Oppo स्मार्टफोन क्लियरेंस को होल्ड कर दिया है।
पहले 15 दिनों में मिल जाती थी मंजूरी
रॉयटर्स की खबर के मुताबिक ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड (BIS) की क्वॉलिटी क्लियरेंस एजेंसी से आमतौर पर ऐसे आवेदन को 15 दिनों में मंजूरी मिल जाती थी। लेकिन मौजूदा वक्त में कई कंपनियों को मंजूरी मिलने में दो माह तक का लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। BIS की तरफ से चीन में बने डिवाइस जैसे स्मार्टफोन, स्मार्टवॉच और लैपटॉप के आयात को मंजूरी देने में अगस्त से देरी की जा रही है, जिस वक्त भारत और चीन के बीच सीमा विवाद चरम पर था। चीन के साथ सीमा तनाव के बाद से भारत ने चीनी निवेश के नियमों को भी कड़ा कर दिया था। साथ ही करीब 250 से ज्यादा चीनी ऐप्स को बैन कर दिया गया है। इसमें Tencent, Alibaba और ByteDance जैसे कंपनी के ऐप शामिल हैं। वहीं बीते मंगलवार को भारत ने फिर से 43 चीनी एप्स को बैन करने का फैसला लिया है।
मंजूरी मिलने में हो रही देरी
Apple iPhone 12 के चीन से आयात में हो रही देरी के चलते Apple India के एक्जीक्यूटिव ने BIS से एप्लीकेशन की मंजूरी में तेजी लाने की अपील की है। साथ ही Apple ने भारत में ही अपनी एसेंबलिंग लाइन के विस्तार की बात कही है। आपको बता दें कि मौजूदा वक्त में Apple भारत में ही कई iPhone का निर्माण कर रहा है। लेकिन iPhone 12 का निर्माण चीन में हो रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक BIS के पास लैपटॉप और टैबलेट के 1,080 एप्लीकेशन लंबित पड़े हैं। वहीं करीब 669 डिवाइस के एप्लीकेशन को पिछले 20 दिनों से मूंजरी नही दी गई है। इन सभी डिवाइस को चाइना बेस्ड फैक्ट्री में बनाया गया है। इनमें से कुछ एप्लीकेशन सितंबर माह से मंजूरी मिलने का इंतजार कर रहे हैं।