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मुंबई के कप्तान व ओपनर बल्लेबाज पृथ्वी शॉ (एपी फोटो)
पृथ्वी शॉ के लिए विजय हजारे ट्रॉफी 2021 का सीजन शानदार रहा और उन्होंने इस बार 7 मैचों की 7 पारियों में 188.50 की बेहतरीन औसत के साथ 754 रन बनाए। 7 मैचों में उन्होंने 4 शतक भी लगाया जिसमें एक दोहरा शतक भी शामिल था।
नई दिल्ली। विजय हजारे ट्रॉफी टूर्नामेंट के फाइनल मैच में उत्तर प्रदेश ने मुंबई के खिलाफ 50 ओवर में 4 विकेट पर 312 रन का बड़ा स्कोर खड़ा कर दिया। मुंबई को जीत के लिए 313 रन का लक्ष्य मिला और टीम के कप्तान पृथ्वी शॉ ने यशस्वी जयसवाल के साथ मिलकर टीम को तेज शुरुआत भी दिलाई। पृथ्वी शॉ गजब की फॉर्म में नजर आ रहे थे और उन्होंने अपनी पारी के दौरान जमकर शॉट्स लगाए।
उत्तर प्रदेश के खिलाफ पृथ्वी शॉ ने फाइनल मैच में 39 गेंदों पर ही तूफानी 73 रन की पारी खेली। वो जिस अंदाज में खेल रहे थे अगर वो क्रीज पर पर रह जाते तो कमाल हो जाता, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और वो शिवम मावी की गेंद पर कैच आउट हो गए। पृथ्वी शॉ की तूफानी बल्लेबाजी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि, अपनी इस पारी के दौरान उन्होंने 4 छक्के और 10 चौके जड़े और उनका स्ट्राइक रेट 187.18 का रहा। उन्होंने पहले विकेट के लिए यशस्वी के साथ मिलकर 89 रन की साझेदार
पृथ्वी शॉ के लिए विजय हजारे ट्रॉफी 2021 का सीजन शानदार रहा और उन्होंने इस बार 7 मैचों की 7 पारियों में 188.50 की बेहतरीन औसत के साथ 754 रन बनाए। 7 मैचों में उन्होंने 4 शतक भी लगाया जिसमें एक दोहरा शतक भी शामिल था। पृथ्वी शॉ का इस दौरान स्ट्रॉइक रेट भी 134.88 का रहा और इन सात मैचों में उन्होंने 95 चौके व 21 छक्के जड़े। इस सीजन में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में दूसरे नंबर पर कर्नाटक के बल्लेबाज देवदत्त पडीक्कल रहे और उन्होंने 7 मैचों की पारियों में 147.40 की औसत से 737 रन बनाए और कुल चार शतक उनके बल्ले से भी निकले।