

RGA news
याचिका में कक्षा 12 के रिजल्ट ‘ऑब्जेक्टिव मेथोडोलॉजी’ से निर्धारित समय-सीमा में घोषित किये जाने की मांग की गयी है।
CBSE CISCE 12th Board Exam 2021 सीबीएसई और सीआईएससीई की 12वीं की परीक्षाओं को रद्द किये जाने को लेकर उच्चतम न्यायालय में 14 मई 2021 को दायर पीआईएल पर मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सुनवाई के लिए जल्द ही सूचीबद्ध किया जा सकता है
नई दिल्ली। CBSE & CISCE 12th Board Exam 2021: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की सीनियर सेकेंड्री (कक्षा 12) और काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशंस (सीआईएससीई) की आईएससी (कक्षा 12) की इस वर्ष बोर्ड परीक्षाओं के पूरे देश में फैली कोरोना महामारी के बीच आयोजन को रद्द किये जाने को लेकर उच्चतम न्यायालय में जनहित याचिका (पीआईएल) हाल ही में 14 मई 2021 को दायर की गयी थी। दोनो ही केंद्रीय बोर्डों की 12वीं कक्षा की परीक्षाओं को रद्द किये जाने मांग को लेकर दायर इस याचिका को, मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सुनवाई के लिए जल्द ही सूचीबद्ध किया जा सकता है।
एडवोकेट ममता शर्मा द्वारा सर्वोच्च न्यायालय में दायर की गयी इस याचिका में मांग की गयी है कि कक्षा 12 के छात्र-छात्राओं के रिजल्ट ‘ऑब्जेक्टिव मेथोडोलॉजी’ के आधार पर निर्धारित समय-सीमा में घोषित किये जाएं। साथ ही, केंद्र सरकार, सीबीएसई और सीआईएससीई को इस सम्बन्ध में आदेश जारी किये जाने गुजारिश शीर्ष अदालत से पीआईएल के माध्यम से की गयी है। हालांकि, इस जनहित यचिका के सुनवाई के लिए सूचीबद्ध नहीं किया गया ह
हालांकि, कई वरिष्ठ अधिवक्ताओं के अनुरोध पर शीर्ष अदालत की वेकेशन बेंच ने कहा है कि मुख्य न्यायाधीश के समक्ष सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किये जाने किए निर्देश जारी किये जाएंगे। न्यायाधीश न्यायमूर्ति वीनीत सरण और न्यायमूर्ती बीआर गावल की एक खण्डपीठ ने कहा, “हम रजिस्ट्री को निर्देश देगें कि ‘अर्जेंसी अप्लीकेशंस’ को मुख्य न्यायाधीश के समक्ष सूचीबद्ध करें।” इसके बाद से सीबीएसई और सीआईएससीई की 12वीं की परीक्षाओं को रद्द किये जाने की याचिका पर सुनवाई की उम्मीद बढ़ गयी है।