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RGA news
इलाज के नाम पर स्वास्थ्य विभाग से मिलने वाले कोविड के दवाओं का सेवन किया।
10 अप्रैल तक देश भर में महामारी जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई थी। संक्रमित रोगियोंं केे इलाज के लिए अस्पताल में जगह तक नहीं थी। ऐसे हालात में लोगों ने घर पर रहकर की कोरोना को हराने में सफलता प्राप्त की।
मुरादाबाद मध्य अप्रैल से जिले के कोविड अस्पतालों मेंं जितने बेड थे उससे अधिक कोरोना संक्रमित रोगी पाए जा रहे थे। कोरोना के कारण देश भर मेें हाहाकार मची हुई थी। संक्रमित रोगियों के हौसले के आगे कोरोना को झुकना पड़ा। जिले के 20 हजार संक्रमित रोगी बिना अस्पताल गए और बिना आक्सीजन के ही ठीक हो गए। इलाज के नाम पर स्वास्थ्य विभाग से मिलने वाले कोविड के दवाओं का सेवन किया।
देश में छह अप्रैल के बाद कोरोना केे द्वितीय लहर की शुरुआत हो गई। 10 अप्रैल तक देश भर में महामारी जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई थी। संक्रमित रोगियोंं केे इलाज के लिए अस्पताल में जगह तक नहीं थी। आक्सीजन की कमी सेे रोगी दम तोड़ने लगे थे। कोरोना की कहर सेे हर कोई डरा हुआ था। विश्व के कई देश भारत को सहायता देने की घोषणा करनेे लगे थे। उस दौर में मुरादाबाद जिले की स्थिति भी काफी खराब थी। 10 अप्रैल को पहली बार जिले में 147 संक्रमित रोगी मिले। उसके बाद संक्रमितों की संख्या बढ़ने लगी। जिले में 23 अप्रैल को 1737 संक्रमति रोगी मिले। इसके बाद हाहाकर मच गया। जान बचाने के लिए हर कोई इलाज के लिए अस्पताल की ओर भागने लगा था। आक्सीजन सिलेंडर की तलाश में जुट गए थे। जिले भर के कोविड अस्पताल में 1177 बेड थे, सभी भरे हुए थे। आसपास के जिले के कोविड अस्पताल में कोई जगह खाली नहीं थी। सरकार व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी संक्रमित को होम क्वारंटाइन होकर इलाज कराने की अपील रहे थे। हालत को देखते हुए जिले से संक्रमित रोगियों ने बिना अस्पताल में गए ही कोरोना से लड़ने का ठान लिया और घर में रहकर इलाज कराना शुरू कर दिया। छह अप्रैल से 28 मई तक जिले में 26510 कोरोना संक्रमित व्यक्ति पाए गए। इसमें 315 की मौत हो चुकी है। जिले के 19 कोविड अस्पताल में 5210 संक्रमित व्यक्ति का इलाज किया गया। 20 हजार से अधिक संक्रमित व्यक्ति घरों में रहकर और स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपलब्ध कराए गए कोरोना की दवा खाकर पूरी तरह ठीक हो गए हैं। अब कोरोना संक्रमण काफी कम हो गया है। जिले में छह सौ कम संक्रमित व्यक्ति शेष है। अस्पताल में भर्ती रोगियों की संख्या 250 से कम हो गई है।
मख्य चिकित्साधिकारी डा. एमसी गर्ग ने बताया कि अप्रैल के मध्य में जिले में रोगियों की संख्या बढ़ गई थी, अस्पताल में जगह नहीं थी। जिले के 20 हजार से अधिक संक्रमित रोगियों ने घरों में रहकर इलाज कराया और सभी ठीक हो गए हैं।
प्रमुख तारीख, जब जिले में सबसे अधिक संक्रमित रोगी मिले थे
21 अप्रैल 851
॰ 23 अप्रैल 1737
॰ 25 अप्रैल 1037
॰ 29 अप्रैल 1669
॰ 2 मई 1099
॰ 4 मई 1275