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गोरखपुर के एक गांव की 11वीं की छात्रा संध्या का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वह खुद नाव चलाकर स्कूल जाती दिख रही थी। उसके हौसले और जज्बे को देख सभी हैरान हैं। राहुल गांधी ने भी इस छात्रा की तारीफ की है।
गोरखपुर की 11वीं की छात्रा संध्या।
गोरखपुर, गोरखपुर में कक्षा 11वीं की छात्रा खुद नाव चलाकर स्कूल जा रही है। इसका वीडियो वायरल होने के बाद यह छात्रा चर्चा में है। निषाद पार्टी ने इस बच्ची का सम्मान किया तो कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी इस बच्ची की तारीफ की।
यह है मामला
गोरखपुर के बहरामपुर गांव की 11वीं की छात्रा संध्या का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह खुद नाव चलाकर स्कूल जाती दिख रही थीं। उसके हौसले और जज्बे को देख सभी हैरान हैं। बहरामपुर इलाका इन दिनों बाढ़ की चपेट में है और प्रशासन ने कई परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।
निषाद पार्टी ने किया सम्मानित
खुद नाव चलाकर स्कूल जाने वाली छात्रा संध्या का निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. संजय निषाद ने सम्मान किया। बहरामपुर स्थित संध्या के घर पहुंचे डा. संजय ने उसके हौसले की तारीफ करते हुए परिवार की हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि संध्या साहनी अब एक रोल माडल बन चुकी है। उनकी जैसी दूसरी बेटियों की पढ़ाई के लिए हर जिले में अलग विद्यालय खुलवाएंगे। साथ ही संध्या का दाखिला हास्टल में कराने और बाद में नौकरी दिलवाने की कोशिश करेंगे।
राहुल गांधी ने ट्वीट कर छात्रा की हौसला अफजाई की
छात्रा संध्या निषाद की हौसला अफजाई राहुल गांधी ने भी की है। स्कूल ड्रेस में खुद नाव चलाकर स्कूल जाने की संध्या की वायरल वीडियो का राहुल गांधी ने संज्ञान लिया। उन्होंने लिखा है, 'ये बच्ची मुश्किल परिस्थिति, ठप प्रशासन व अनिश्चित भविष्य होने पर भी हिम्मत नहीं हारी। संध्या का साहस बहुत कुछ सिखाता है।
सपा नेताओं की नाव पलटी, ग्रामीणों ने बचाया : उधर, मानीराम में बाढ़ पीडि़तों को राहत सामग्री बांटकर लौट रहे सपा नेताओं की नाव पलट गई। बाढ़ के पानी में डूब रहे नेताओं को ग्रामीणों ने बाहर निकालकर जान बचाई। एक नेता के मुंह में पानी भर गया। कुछ देर बाद स्थिति में सुधार होने पर गांव के लोग दूसरी नाव से सपा नेताओं को सड़क तक ले गए। सपा नेता देवेंद्र भूषण निषाद, हरी तिवारी, अजय सोनकर, ओपी यादव व अन्य लोगों के साथ मानीराम में बाढ़ पीडि़तों को राहत सामग्री बांटने गए थे। लौटते समय गांव के बाहर बरगद की डाली टूटकर बिजली के तार पर गिर गई। जिसे देखकर नाव में सवार लोग डरकर एक तरफ़ जाकर बैठ गए। संतुलन बिगडऩे से नाव पलट गई।