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कोरोना की दूसरी लहर जाने के बाद सबसे पहले संक्रमित हुए खोराबार के वीरेंद्र राय न डरे और न ही घबराए क्योंकि टीके की दोनों डोज लगवा चुके थे। घर पर रहकर ही उन्होंने कोरोना को मात दे
कोरोना संक्रमण में घरेलू इलाज काफी कारगर साबित हो रहा है। - प्रतीकात्मक तस्वीर
गोरखपुर। कोरोना की दूसरी लहर जाने के बाद सबसे पहले संक्रमित हुए खोराबार के वीरेंद्र राय न डरे और न ही घबराए, क्योंकि टीके की दोनों डोज लगवा चुके थे। घर पर रहकर ही उन्होंने कोरोना को मात दे दी। इस दौरान वह हल्दी व सेंधा नमक का भाप ले रहे थे और गरारा कर रहे थे। सुबह-शाम योगासन करते थे।
वैक्सीन की दोनो डोज लेने के बाद भी बरत रहे सतर्कता
वीरेंद्र 24 दिसंबर को बीआरडी मेडिकल कालेज में मोतियाबिंद का आपरेशन कराने गए थे। उनकी कोरोना जांच कराई गई तो रिपोर्ट पाजिटिव आ गई। वे पूरी सतर्कता के साथ घर आए और आइसोलेट हो गए। परिवार के सदस्यों से दूरी बना ली। उन्होंने कहा कि दूसरे दिन स्वास्थ्य विभाग की टीम घर आई थी। घर के सदस्यों व पड़ोस के लगभग 60 लोगों की जांच की। सभी की रिपोर्ट निगेटिव रही। उन्होंने कहा कि मैंने हल्दी व सेंधा नमक गर्म पानी में डालकर सुबह-शाम भाप लिया। सेंधा नमक डालकर गर्म पानी से गरारा किया। गर्म पानी का सेवन किया। सुबह-शाम योगासन करता रहा। 11 अप्रैल को मैंने कोविशील्ड की पहली व छह अगस्त को दूसरी डोज लगवा ली थी। इसलिए कोरोना प्रभावित नहीं कर पाया। पांच जनवरी को मेरी रिपोर्ट निगेटिव आ गई। फिर भी सतर्कता बरत
कोरोना के उपचार के लिए एम्स में तैयार किए जाएंगे 400 बेड
कोरोना के बढ़ते मामलों ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है। सीएमओ डा. आशुतोष कुमार दूबे ने एम्स की कार्यकारी निदेशक डा. सुरेखा किशोर से इस संबंध में बात की है। अब एम्स में चार सौ बेड तैयार करने की तैयारी हो रही है। फिलहाल एम्स में तीन सौ बेड ही हैं। सौ बेड कहां रखे जाएं, इस पर मंथन चल रहा है। एम्स प्रशासन का कहना है कि हमारे पास तीन सौ आक्सीजनयुक्त बेड हैं। यदि सौ बेड बढ़ाए जाएंगे तो उन पर इतनी जल्दी आक्सीजन की उपलब्धता नहीं हो पाएगी। हमारे पास आक्सीजन जेनरेशन प्लांट तो है। पर्याप्त आक्सीजन का उत्पादन भी हो रहा है। लेकिन नए बढ़ाए जाने वाले बेडों पर आक्सीजन प्वाइंट बनाना और वहां तक पाइप लाइन ले जाना कम समय में मुश्किल होगा। इसलिए सिलेंडर से ही रोगियों को आक्सीजन की आपूर्ति करनी प
तलाशी जा रही संभावनाएं
एम्स में सौ बेड बढ़ाने की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं। कार्यकारी निदेशक डा. सुरेखा किशोर, उप चिकित्सा अधीक्षक डा. शशांक शेखर ने गुरुवार को वार्ड का निरीक्षण व बैठक कर सौ बेड बढ़ाने पर विमर्श किया। संभावना व्यक्त की गई कि तीन सौ बेड अस्पताल में दो बेडाें के बीच खाली जगह में भी एक बेड रखा जा सकता है, क्योंकि दो बेडों के बीच की दूरी ज्यादा है। इसके अलावा आयुष विंग में भी लगभग 35 बेड लगाए जा सकते हैं
रेलवे अस्पताल व स्पोर्ट्स कालेज में भी बनेगा कोविड वार्ड
सीएमओ ने बताया कि रेलवे अस्पताल में दो सौ बेड व स्पोर्ट्स कालेज में 150 बेड का कोविड वार्ड बनाने की तैयारी चल रही है। इसके अलावा हमारे पास 2652 बेड तैयार हैं। जरूरत पड़ने पर ग्रामीण क्षेत्र में भी निजी अस्पतालों में कोविड वार्ड बनाए जाएंगे। दवाएं पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। किसी भी संक्रमित को दिक्कत नहीं हो पाएगी। बीआरडी मेडिकल कालेज में लेवल थ्री अस्पताल चल रहा है। गंभीर रोगियों को वहीं भर्ती किया जाएगा। हालांकि अभी जिले में ज्यादातर संक्रमित लक्षण विहीन है।