Dharwad Building Collapse: अब तक 14 की मौत, बचाव कार्य अब भी जारी, मालिकों के खिलाफ दर्ज हुई FIR

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RGA News

दो साल से निर्माणाधीन इमारत हादसे में फंसे मलबे में लोगों की मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। जिस वक्त हादसा हुआ था उस दौरान इमारत में तीसरी मंजिल में काम चल रहा था। ...

नई दिल्ली:-कर्नाटक के धारवाड़ में निर्माणाधीन इमारत गिरने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 14 हो गई है। बुधवार देर रात हुए हादसे के बाद एनडीआरएफ की टीम लगातार बचाव कार्य में जुटी हुई है। हादसे के दौरान निर्माणाधीन इमारत में 37 लोगों के दबे होने की आशंका जताई गई थी। तो वहीं अब हादसे में मरने वालों की संख्या 14 हो गई । पुलिस में एफआईआर दर्ज होने के बाद इमारत मालिकों ने खुद को सरेंडर कर दिया है।

बुधवार को हुए हादसे में इमारत के मालिकों व इंजीनियर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। इमारत के मालिक रवि बसवराज सबरद, बसवराज डी निगाड़ी, गंगप्पा एस शिनत्री, महाबलेश्वर पुरदुगुड़ी और इंजीनियर विवेक पवार के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी। शुक्रवार को इमारत के सभी चार मालिकों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है और इंजीनियर पवार को भी पुलिस हिरासत में ले लिया गया है।

हादसे में मारे गए लोगों की जानकारी देते हुए डिप्टी कमिश्नर दीपा चोलन ने कहा कि 'धारवाड़ में इमारत गिरने पर कुल 14 लोगों की जान गई है। बचाव कार्य के दौरान हमने दो लोगों को मलबे से बचाया गया। जबकि मलबे में तीन और लोग फंसे हुए हैं। एनडीआरएफ की टीम ने मलबे में फंसे लोगों को ऑक्सीजन और ओआरएस दिया है। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम अभी भी बचाव अभियान चला रही हैं।'

हादसा होने के तुरंत बाद राज्य के मुख्यमंत्री कुमार स्वामी ने कहा, 'धारवाड़ की घटना से स्तब्ध हूं। तेजी से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाए जाने के साथ ही अतिरिक्त संसाधन भेजने के निर्देश भी दिए हैं।' 

बता दें कि इमारत की पहली और दूसरी मंजिलों पर 60 दुकानें खुल चुकी थीं। तीसरी मंजिल में निर्माण का कार्य चल रहा था। बुधवार को हुए हादसे के बाद बचाव एवं राहत अभियान में 10 एंबुलेंस और पांच दमकल की गाड़ियों को लगाया गया है। निकाले गए घायलों का इलाज पास के ही सिविल अस्पताल में कराया जा रहा है। 
 

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