VIDEO: भारतीय सेना के पास हो ये बंदूक तो पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों का सफाया कर देगी

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Rga news

हथियारों को लेकर हमेशा खोजें होती रहती हैं। इसका मकसद युद्ध में अपने जवानों को सुरक्षित रखते हुए दुश्मन को ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचाना है। ड्रोन गन इस मकसद को पूरा करती है।...

नई दिल्ली:-युद्ध या तनाव जैसी स्थिति में जवानों के हौंसले के साथ तकनीक और अत्याधुनिक हथियारों का विशेष महत्व होता है। ऐसे में रूस ने एक ऐसी सेमी ऑटोमेटिक शॉटगन पेश की है, जो खुद दुश्मन को चुन-चुनकर मारने में सक्षम है। फिर चाहे दुश्मन हवा में हो या जमीन के ऊपर।

ये बंदूक अगर भारत के पास आ गई तो पाकिस्तान में छिपे बैठे आतंकियों की खैर नहीं। भारत में बैठे-बैठे ही पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों को मार आएगी ये बंदूक। मालूम हो कि रूस भारत का पुराना दोस्त है। भारत, रूसी हथियारों का बड़ा खरीदार भी है। ऐसे में बहुत संभव है कि भविष्य में भारत के पास भी ऐसी बंदूक हो।

रुस द्वारा पेश की गई दुनिया की ये सबसे आधुनिक गन में से एक है, जो ड्रोन की तरह हवा में उड़कर अपने दुश्मनों पर किसी चैंपियन की तरह अचूक निशाना साध सकती है। ये शॉटगन हवा में प्लेन की तरह उड़ती है, लेकिन टेक ऑफ और लैंडिंग किसी हैलिकॉप्टर की तरह होती है।

इस बंदूक को रूस के मॉस्को एविएशन इंस्टीट्यूट द्वारा तैयार किया गया है। फिलहाल इसका नामकरण नहीं किया गया है। इस ड्रोन गन की टेस्टिंग का पहला चरण सफल रहा है। अगर ये गन सभी टेस्टिंग पैरामीटर्स पर खरी उतरती है तो इसका उत्पादन शुरू किया जाएगा। हवा में उड़ने वाली ये बंदूक दुश्मन के ड्रोन को मार गिराने में भी सक्षम है। इस ड्रोन बंदूक में कई तकनीकी फीचर हैं, जो इसे अन्य रोबोटिक हथियारों में शामिल करते हैं।

यूट्यूब पर अपलोड किए गए एक वीडियो में दिखाया गया है कि ड्रोननुमा बंदूक को एक जगह पर सीधा खड़ा कर उड़ाया जाता है। इस ड्रोन का पूरा फ्रेम एक सेमी ऑटोमेटिक शॉटगन के आसपास बनाया गया है। देखने में ये बंदूक इजमाश के साइगा-12 शॉटगन की सीधी प्रतिद्वंदी प्रतीत होती है। इसके अलावा इसमें विश्व प्रसिद्ध एके सीरिज की असॉल्ट राइफल्स की कई समानताएं समाहित हैं, लेकिन ये आधुनिक गन 12 बोर की गोली फायर करती है, जो टारगेट को ध्वस्त करने के लिहाज से बेहद घातक है।

ये ड्रोन दो प्रोपेलर द्वारा संचालित होता है, जो इसके पीछे की तरफ बड़े पंखों पर लगे हैं। ड्रोन का डिजाइन युद्धाभ्यास में इसके इस्तेमाल को ध्यान में रखकर तैयार किया है। इसके आगे की तरफ भी दो छोटे पंख लगाए गए हैं, जो हवा में उड़ते वक्त इसे संतुलन बनाने में सहयोग करते हैं

वीडियो में ड्रोन को एक स्थिर हवाई लक्ष्य (गुब्बारे) को नष्ट करते हुए दिखाया गया है। इसके बाद ये ड्रोन गन एक उड़ते हुए अस्थिर लक्ष्य को टॉरगेट करती है, जिसे हवाई जहाज की तरह दर्शाया गया है। दूसरे अस्थिर लक्ष्य को भी निशाना बनाने के बाद ड्रोन गन वापस उसी जगह पर वैसे ही लैंड करती है, जैसे उसने टेक ऑफ किया था। टेकऑफ और लैंडिग के वक्त बंदूक की नाल ऊपर की तरफ होती है। इस ड्रोन गन की सबसे बड़ी खूबी ये है कि इसके लिए किसी रनवे की जरूरत नहीं पड़ती

मिजोकामी के अनुसार इस ड्रोन को मॉस्को एविएशन इंस्टीट्यूट के स्टूडेंट डिजाइन ब्यूरो ऑफ एविएशन मॉडलिंग द्वारा तैयार किया गया है, जो कि रूस की तकनीकी कंपनी अल्माज-एनेटी का एक हिस्सा है। ये कंपनी अपने बेहतरीन एंटी एयरक्राफ्ट और मिसाइल रोधी हथियारों के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है।

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