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बीमार बंदी को जिला अस्पताल ले जा रही जिला कारागार की एंबुलेंस में देखते ही देखते आग लग गई। इसमें सवार बंदी रक्षक ने कूदकर अपनी व बंदी की जान बचाई।...
मुरादाबाद:-बीमार बंदी को जिला अस्पताल ले जा रही जिला कारागार की एंबुलेंस में देखते ही देखते आग लग गई। इसमें सवार बंदी रक्षक ने कूदकर अपनी व बंदी की जान बचाई। घटना से जिला अस्पताल कैंपस में अफरातफरी मच गई। घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।
आजीवन कारावास की सजा काट रहा ओमपाल
अमरोहा के रजबपुर स्थित समदपुर गांव निवासी ओमपाल उर्फ होमपाल (67) तीन नवंबर 2015 से जेल में हत्या के मामले में बंद है। अदालत द्वारा उसे आजीवन कारावास की सजा दी जा चुकी है। कुछ समय से उसे आंखों में समस्या हो रही थी। जेल के डाक्टर उसका उपचार कर रहे थे। सोमवार सुबह आंखों से खून आया। जेल प्रशासन ने एंबुलेंस द्वारा उसे जिला अस्पताल भिजवाया। एंबुलेंस को बंदी रक्षक सतेंद्र कुमार सिंह चला रहा था, जबकि सुरक्षा में पुलिस कर्मी सुभाष चंद्र व होमगार्ड महावीर तैनात थे।
कैंपस में पहुंचते ही लगी आग
बताते हैं कि जिला अस्पताल कैंपस में पहुंचते ही अचानक एंबुलेंस के अगले हिस्से में आग लग गई। जब तक बंदी रक्षक सतेंद्र कुछ समझ पाता इससे पूर्व आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। उसने शोर मचाते हुए कूदकर अपनी जान बचाई।
शार्ट सर्किट माना जा रहा आग लगने का कारण
सुरक्षा में तैनात सुभाष व होमगार्ड ने क्षेत्रीय लोगों की मदद से कैदी ओमपाल को एंबुलेंस से बाहर निकाला। जुटे लोगों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। शुरुआती जांच में एंबुलेंस में आग लगने का कारण शार्ट सर्किट माना जा रहा है। कैदी को जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है।
कहीं कैदी को मारने की साजिश तो नहीं
एंबुलेंस में अचानक ही भयंकर आग लग जाने की जांच भी जेल प्रशासन द्वारा की जा रही है। जांच पूरी होने तक इस संदेह से भी इन्कार नहीं किया जा रहा है कि कैदी को मारने की साजिश तो नहीं थी। सिविल लाइन थाने में जेल प्रशासन की ओर से एंबुलेंस में आग लगने की शिकायत भी की गई। पुलिस और जेल प्रशासन संयुक्त रूप से मामले की जांच कर प्रदेश हेडक्वार्टर को रिपोर्ट भेजेगा। जेल अधीक्षक का कहना है कि अभी तक इसे महज एक हादसा माना जा रहा है। उसके बावजूद भी जांच की जा रही है।