RGA News, दिल्ली
नई दिल्ली। Weather Update दिल्ली सहित उत्तर भारत में मानसून अगले दो दिनों में पहुंच जाएगा। कई राज्यों में मानसून पूर्व बारिश भी शुरू हो चुकी है। बीच-बीच में हो रही बूंदा-बांदी से लोगों को राहत मिली है। मानसून के गुजरात, राजस्थान, मप्र और उप्र के कुछ और हिस्सों में आगे बढ़ चुका है।
दिल्ली से सटे गुरुग्राम, फरीदाबाद और नोएडा में भी गुरुवार शाम हल्की बारिश ने लोगों को सुकून दिया है। आने वाले दो दिनों में यह दिल्ली-एनसीआर में पूरी तरह पहुंच जाएगा। गुरुवार को राजस्थान के कुछ हिस्सों में भी बारिश हुई। हालांकि 44.7 डिग्री सेल्सियस के साथ श्रीगंगानगर राज्य का सबसे गर्म स्थान रहा। ज्यादातर बारिश पूर्वी राजस्थान के इलाकों मे हुई।
हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू में भी बारिश हुई। पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश का असर उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में भी दिखा। पंजाब और हरियाणा में भी मानसून पूर्व बारिश किसानों के चेहरे खिला दिए है। यह बारिश धान के लिए फायदेमंद है। मौसम विभाग ने दोनों राज्यों में शुक्रवार को भी बारिश होने की संभावना जताई है।
इसके साथ केरल, कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र, गुजरात, पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी एक दो दिनों में भारी बारिश का अलर्ट है।
हिमाचल में झूम कर बरसा मानसून
हिमाचल प्रदेश में गुरुवार को मानसून झूम कर बरसा। प्रदेश के आधे हिस्से में झमाझम बारिश हुई। सिरमौर जिले के पांवटा साहिब में सबसे अधिक 41 मिलीमीटर बारिश हुई। मानसूनी फुहारों से अधिकतम तापमान पांच से छह डिग्री सेल्सियस तक कम हो गया। पांच जुलाई को मानसून के पूरे प्रदेश में पहुंचने की संभावना है।
कृषि विशेषज्ञों के अनुसार इन दिनों बारिश धान के लिए फायदेमंद है। मक्की सहित अन्य सब्जियों के पौधों के लिए बारिश अमृत बनकर बरसी है। कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को सलाह दी है कि वे बिजाई कार्य जल्द पूरा कर लें। बारिश से भूमि में पर्याप्त नमी हो गई है। यह बारिश सेब के लिए भी फायदेमंद साबित होगी।
उत्तराखंड में भारी बारिश का अलर्ट
उत्तराखंड में मौसम का मिजाज डराने लगा है। अगले चार दिनों तक यही स्थिति बने रहने का अनुमान है। राज्य मौसम केंद्र ने छह से आठ जुलाई तक दून समेत आठ जिलों में भारी से भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। शुक्रवार को भी सात जिलों में बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
गुरुवार को रुद्रप्रयाग जिले की सारी चमसील ग्रामसभा के अतिवृष्टि से मलबा और पानी आबादी के निकट खेतों में घुस गया। इससे लोग सहम गए, मलबे से कृषि भूमि को नुकसान हुआ है। भूस्खलन की वजह से बड़ेथी में गंगोत्री हाईवे चार घंटे अवरुद्ध रहा। चारों धाम और हेमकुंड की यात्रा जारी रही।
जम्मू में राहत की बारिश
जम्मू में गुरुवार शाम हुई बारिश ने लोगों को गर्मी से राहत दिला दी। मौसम विशेषज्ञों की मानें तो मानसून पूर्व की की बारिश थी। जिस तरह का दवाब है, उसे देखते हुए आठ जुलाई तक मानसून के जम्मू में दस्तक देने की संभावना है। अगले कुछ दिनों तक बीच-बीच में बारिश होती रहेगी। इससे तापामन में गिरावट आएगी, लेकिन उमस परेशान करेगी।
उप्र में हल्की बारिश-बूंदाबांदी से उमस बढ़ी
मौसम की बेरुखी के कारण भीषण गर्मी और उमस से जूझ रहे उत्तर प्रदेश में कुछ स्थानों पर बारिश तो कहीं बूंदाबांदी हुई। इसे उमस और बढ़ गई। वहीं कुछ जगहों पर बादलों की आवाजाही के बीच खिली तेज धूप ने रुलाया। मौसम विभाग के अनुसार सूबे में शुक्रवार से मानूसन जोर पकड़ सकता है, जिससे सप्ताह के अंत में मौसम सुहाना होने के आसार हैं। राजधानी लखनऊ में जोरदार बारिश के बाद बुधवार को बादलों की आवाजाही लगी रही और कुछ स्थानों पर बौछारें पड़ीं। उमस बढ़ गई।
पंजाब के कई जिलों में हल्की बारिश, चली धूल भरी हवाएं
पंजाब के कई जिलों में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के प्रभाव के चलते बादल छाए रहे। कुछ जिलों में हल्की बारिश भी हुई। इससे तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार जालंधर में अधिकतम तापमान 39.3 व न्यूनतम तापमान 28.6 डिग्री सेलिसयस दर्ज किया गया। वीरवार को पंजाब के कई जिलों में धूल भरी हवाओं के बीच बारिश हुई। इसके बाद पांच से नौ जुलाई तक बारिश के रुक-रुक कर जारी रहने की संभावना जताई गई है।
मप्र में बारिश के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से तीन की मौत
मध्य प्रदेश के कई जिलों में हो रही बारिश ने बड़ा नुकसान हुआ है। बुरहानपुर जिले में केले की फसल तबाह हो गई है। वहीं, पन्ना जिले में बुधवार की शाम बारिश के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से तीन की मौत हो गई है।
पन्ना जिले के शाहनगर थाना क्षेत्र के पुरैना व ढैंसाही गांव में महिला-पुरुष सहित एक बालक आकाशीय बिजली की चपेट में आया। बुधवार शाम पांच बजे बारिश के चलते आकाशीय बिजली गिरने से पुरैना गांव में खेत में एक महिला भूरी बाई (26) पति ललजू व सोनू (15) पिता केशलाल की मौत हो गई। ढैंसाही गांव में निर्भय (30) पिता शंकर सिंह अपने घर के अंदर बैठा था, तभी आकाशीय बिजली गिरने से उसने दम तोड़ दिया।