जहां राधा के लिए मोर बने थे कान्हा, उस जगह को कहते हैं बरसाना का ब्रह्मांचल पर्वत


RGA न्यूज़
Radha Ashtami 2022 चार सितंबर को है राधाष्टमी। राधाकृष्ण की प्राचीन लीलाओं को संजोए हुए है बरसाना का ब्रह्मांचल पर्वत। मोरकुटी पर राधा के लिए मोर बने थे कान्हा। भाद्रसुदी की नवमीं को जीवंत हो उठती है मयूर लीला।
बरसाना में ब्रह्मांचल पर्वत पर स्थित लाड़ली जी का मंदिर।