आस्था

सर्राफा व्यापारी राजीव गुप्ता का मोहल्ला साहूकारा मढ़ी पर होगा दसवां संस्कार कार्यक्रम   

Praveen Upadhayay's picture

 

RGAन्यूज़ संवाददाता मुदित प्रताप सिंह फतेहगंज        

जनपद बरेली फतेहगंज पश्चिमी _ कस्बे के सर्राफा व्यापारी राम गुप्ता ने बताया  अत्यंत दुख के साथ सूचित किया जाता है कि हमारे परम पूज्यनीय पिताजी श्री राजीव गुप्ता जी पुत्र स्वर्गीय सुरेश गुप्ता का स्वर्गवास दिनांक 4 अप्रैल 2023 दिन मंगलवार को हो गया था। उनका दसवां संस्कार 12 अप्रैल 2023 दिन बुधवार को प्रातः 8 बजे से दसवां स्थल मढी मंदिर के पास मोहल्ला साहूकारा में होगा। एवं तेरहवीं दिनांक 16 अप्रैल 2023 दिन इतवार को होना सुनिश्चित हुई है। ब्राह्मण भोज निज निवास मोहल्ला अंसारी सब्जी मंडी फतेहगंज पश्चिमी।        

ओउ्म हमारी आन्तरिक सुप्त शक्तियों को जागृत करने का माध्यम: - जगदीश चन्द्र सक्सेना 

Praveen Upadhayay's picture

 

 

RGAन्यूज़ बरेली समाचार

इस एक छोटे-से शब्द में, ओम में, भारत ने समस्त मंत्र-योग की साधना को बीज की तरह बंद कर दिया। जैसे आइंस्टीन का रिलेटिविटी का फार्मूला है, छोटा-सा, दोत्तीन शब्द, दोत्तीन अक्षर–पूरा हो जाता है। ऐसे भारत ने जो भी अंतर-जीवन में अनुभव किया है, और जितनी विधियां मनुष्य ने विकसित की हैं सत्य की तरफ यात्रा करने की, वे सब की सब बीज-मंत्र की तरह ओम में रख दी हैं।

श्री राम जन्म और नारद मोह मंचन के साथ रामलीला की हुई शुरुआत

Praveen Upadhayay's picture

 

RGAन्यूज़ बरेली धर्म-कर्म समाचार
बरेली। ब्रह्मपुरी में आज से आरंभ हो रही विश्व प्रसिद्ध रामलीला के प्रथम दिवस में कथा व्यास गुरु जी मुनेश्वर दास जी ने कहा कि नारदजी मोह की कथा के माध्यम के ये शिक्षा मिलती है कि थोड़ी सी असावधानी से बड़ा से बड़ा ज्ञानी, त्यागी भी किस प्रकार से माया मोह मे जकड़ा जा सकता है। हम जीवन मे जब भी परमात्मा को भूलकर अपना बाहुबल मानने लगते है तब तब हम अपने लक्ष्य से भटकते हैं।
एक बार जब माता पार्वती ने भगवान शिव से पूँछा प्रभु मै जानना चाहती हूँ कि प्रभु श्रीराम ने मनुष्य का शरीर किस कारण से धारण किया ।

श्री राम जन्म और नारद मोह मंचन के साथ रामलीला की हुई शुरुआत

Praveen Upadhayay's picture

 

RGAन्यूज़ बरेली धर्म-कर्म समाचार
बरेली। ब्रह्मपुरी में आज से आरंभ हो रही विश्व प्रसिद्ध रामलीला के प्रथम दिवस में कथा व्यास गुरु जी मुनेश्वर दास जी ने कहा कि नारदजी मोह की कथा के माध्यम के ये शिक्षा मिलती है कि थोड़ी सी असावधानी से बड़ा से बड़ा ज्ञानी, त्यागी भी किस प्रकार से माया मोह मे जकड़ा जा सकता है। हम जीवन मे जब भी परमात्मा को भूलकर अपना बाहुबल मानने लगते है तब तब हम अपने लक्ष्य से भटकते हैं।
एक बार जब माता पार्वती ने भगवान शिव से पूँछा प्रभु मै जानना चाहती हूँ कि प्रभु श्रीराम ने मनुष्य का शरीर किस कारण से धारण किया ।

शुक्रवार मां संतोषी व्रत: कब शुरू करना चाहिए संतोषी मां का व्रत? शुक्रवार के व्रत में की ये गलतियां तो नहीं मिलेगा पुण्य

Praveen Upadhayay's picture

RGAन्यूज़ धार्मिक समाचार

Santoshi Mata Vrat: माता संतोषी की पूजा करने से धन और विवाह संबंधी समस्याएं भी दूर होने की मान्यता है.लेकिन संतोषी मां का व्रत रखने के कई नियम हैं.

Pages

Subscribe to RSS - आस्था

Scholarly Lite is a free theme, contributed to the Drupal Community by More than Themes.