देहरादून

उत्‍तराखंड की नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश का दिल्‍ली में निधन, पूर्व सीएम, मंत्री व नेताओं ने जताया शोक

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उत्‍तराखंड की नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस की वरिष्‍ठ नेता इंदिरा हृदयेश का रविवार को निधन हो गया।

उत्‍तराखंड की नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस की वरिष्‍ठ नेता इंदिरा हृदयेश का रविवार को निधन हो गया। वह उत्तराखंड सदन नई दिल्ली में ठहरी हुईं थीं। बीते रोज प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव के साथ बैठक में शिरकत की थी जिसके बाद उनकी अचानक तबीयत बिगड़ गई।

कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव बोले- सामूहिक नेतृत्व में ही लड़ेंगे विधानसभा चुनाव

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कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने कहा क‍ि भाजपा सरकार के खिलाफ परिवर्तन यात्रा प्रारंभ की जाएगी।

कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने शनिवार को एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया कि उत्तराखंड में अगला विधानसभा चुनाव सामूहिक नेतृत्व में लड़ा जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोविड कफ्र्यू खत्म होते ही भाजपा सरकार के खिलाफ परिवर्तन यात्रा प्रारंभ की जाएगी।

कोरोना संकट के चलते स्‍वजन नहीं हो सके शामिल, सैन्‍य अधिकारियों व प्रशिक्षकों ने चढ़ाए युवाओं के कंधों पर सितारे

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देश-विदेश के गणमान्य व सशस्त्र सेनाओं के उच्चाधिकारी भी सीमित संख्या में मौजूद रहे।

कोरोना संकट के चलते इस बार भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) में हुई पासिंग आउट परेड सादगी के साथ हुई। हालांकि परेड के दौरान सभी परंपराएं निभाई गईं लेकिन अंतर इतना रहा कि इस बार जेंटलमैन कैडेटों के स्वजन और नाते-रिश्तेदार परेड देखने के लिए अकादमी नहीं पहुंच सके।

आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों के क्रम में पार्टी को मजबूत करने में जुटी थींं नेता प्रतिपक्ष डाॅॅ. इंदिरा हृदयेश, जानिए उनका राजनीतिक सफर

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इंदिरा हृदयेश, नेता प्रतिपक्ष, उत्तराखंड। 

उत्तराखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस की वरिष्ठ नेता डा इंदिरा हृदयेश का रविवार सुबह नई दिल्ली में निधन हो गया। उनकी उम्र 80 वर्ष थी। वह कांग्रेस की शनिवार को हुई बैठक में शामिल होने के दिल्ली गई थीं

अंधड़ और बारिश बनी आफत, पेड़ और विद्युत पोल धराशायी

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तेज हवाओं के कारण कई इलाकों में विशालकाय पेड़ और विद्युत पोल टूट गए।

मौसम के तल्ख तेवर दुश्वारियां बढ़ा रहे हैं। दून में शनिवार अल सुबह अंधड़ के साथ बारिश से जगह-जगह नुकसान की सूचना है। तेज हवाओं के कारण कई इलाकों में विशालकाय पेड़ और विद्युत पोल टूट गए। बिजली की लाइनें भी क्षतिग्रस्त हो गईं

पारंपरिक बीजों के मामले में विशेषज्ञों को भी मात देती हैं 71 वर्षीय बीजा दीदी, जानिए उनके बारे में

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पारंपरिक बीजों के मामले में विशेषज्ञों को भी मात देती हैं 71 वर्षीय बीजा दीदी।

नाम बीजा दीदी उम्र 71 साल। उम्र के इस पड़ाव में भी एक ही चिंता कि उत्तराखंड में पारंपरिक फसलों की अनदेखी हो रही। खासकर इनके बीज बचाने के मामले में। खेती-किसानी के पारंपरिक ज्ञान को आगे बढ़ने का हथियार बनाकर बीजा 26 साल तक इनके संरक्षण में जुटी रहीं।

बरसात में ज्यादा खतरनाक होते हैं गुलदार, धमकने लगते हैं घर-गांवों के नजदीक

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बरसात में ज्यादा खतरनाक होते हैं गुलदार।

बरसात का सीजन सिर पर है। इसके साथ ही उत्तराखंड के वन क्षेत्रों से सटे इलाकों में चिंता के बादल भी घुमड़ने लगे हैं। चिंता बारिश की नहीं बल्कि वर्षाकाल में घर-गांवों के नजदीक धमकने वाले गुलदारों को लेकर है।

वैक्सीन की दरें तय, निजी अस्‍पताल नहीं कर पाएंगे मनमानी

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हरिद्वार बाईपास स्थित राधा स्वामी सत्संग व्यास मैं वैक्सीन लगवाती युवती।

निजी अस्पताल वैक्सीन की मनमानी कीमत नहीं वसूल सकेंगे। वैक्सीन की कीमत तय कर दी गई है। केंद्र के आदेश के बाद राज्य ने यह व्यवस्था लागू कर दी है। राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी डा. कुलदीप सिंह मर्तोलिया ने सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों को पत्र भेजकर इसकी निगरानी के निर्देश दिए हैं।

उत्‍तराखंड में फंगस के 21 नए मामले, छह व्यक्तियों की हुई मौत

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प्रदेश में गुरुवार को 21 और व्यक्तियों में फंगस की पुष्टि हुई और छह मरीजों की मौत हुई है।

फंगस (माइकर म्यूकोसिस) की बीमारी से चुनौती बढ़ती जा रही है। प्रदेश में गुरुवार को 21 और व्यक्तियों में फंगस की पुष्टि हुई और छह मरीजों की मौत हुई है। इस तरह यहां पर अब तक फंगस के 356 मामले सामने आ चुके हैं।

अधिकारियों ने ग्रामीणों की सुनी होती तो टल सकता था हादसा, पढ़ि‍ए पूरी खबर

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देहरादून के मालदेवता क्षेत्र में भूस्खलन के कारण सडक पर आये मलबे से होकर गुजरते राहगीर।

जन प्रतिनिधियों प्रशासन और अवर अभियंता (जेई) ने अगर झोल-सेरकी के निवासियों की बात को गंभीरता से सुना होता तो गुरुवार तड़के हुआ हादसा टल सकता था। जिस पहाड़ पर मालदेवता-सेरकी-भैसवाड़ मोटर मार्ग का निर्माण हो रहा है वह बलुआ मिट्टी से बना है। 

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