अजन्मी बेटी का अपनी मां के नाम खत

प्रधान संपादक:-
राष्ट्रीय ग्रामीण आवाज
मेरी प्यारी मम्मी,
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मेरी प्यारी मम्मी,
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का निधन हो गया है। वे पिछले करीब दो महीने से एम्स में भर्ती थे और बीते तीन दिनों से जीवन रक्षक प्रणाली पर चल रहे थे। बुधवार सवेरे से ही उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई थी।
एम्स के अनुभवी डॉक्टर लगातार उनकी देखरेख में लगे हुए थे। इसी बीच कल दोपहर बाद से ही प्रधानमंत्री मोदी समेत देश के तमाम नेता उनका हाल जानने के लिए एम्स पहुंचे।
जैसी ही अटलजी की तबीयत बिगड़ने की खबर मीडिया पर फैली देश भर में उनके चाहने वाले और प्रशंसकों ने उनके स्वस्थ व दीर्घायु होने की कामना शुरू कर दी थी।
2010 में एक किसान की आय 91,000 रुपये थी वह अब बढ़ कर 2.39 लाख रुपये हो गई है।...
सोमवार को कलक्ट्रेट सभागार में शराब की दुकानों के लिए ई लॉटरी प्रक्रिया के तहत दुकानों का आवंटन किया गया। शासन की ओर से भेजे गए अपर आयुक्त राम सूरत पांडेय की देखरेख में पूरी प्रक्रिया हुई। इसमें 289 शराब की दुकानों और दो मॉडल शॉप का आवंटन किया गया। जबकि 67 दुकानों को आवंटन नहीं हो सका।
शनिवार को जिला महिला अस्पताल से पल्स पोलियो की जागरूकता रैली निकाली गई। मुख्य विकास अधिकारी शेषमणि पांडेय ने पहुंचकर हरी झंडी दिखाकर रैली को रवाना। उन्होंने कहा कि पोलियो की बीमारी लाइलाज है, इसलिए बच्चों को इससे बचाने के लिए अभियान के दौरान पोलियो की खुराक जरूर पिलवाएं। स्कूली बच्चों को दस बजे का समय दिया गया, लेकिन जिम्मेदार 11 बजे तक नहीं आए। बच्चे खड़े हुए थक गए तो जमीन पर ही बैठे और धूप में बैठकर जागरूकता रैली के शुरू होने का इंतजार करते रहे। सीडीओ के पहंचने के बाद रैली रवाना की गई। रैली शहर के विभिन्न मार्गों से होकर गुजरी। जागरूक करते नारे लगाए गए। लोगों से बच्चों के जन्म से पांच वर्ष
एसएसपी चंद्रप्रकाश ने खाली चल रही सदर कोतवाली का चार्ज ओमकार ¨सह को दिया है। बीते दिनों कोतवाली में तैनात इंस्पेक्टर अजय यादव को लाइन हाजिर कर दिया गया था। तब से वहां पर किसी प्रभारी की तैनाती नहीं की गई थी। शनिवार को एसएसपी ने लाइन में चल रहे ओमकार ¨सह को चार्ज दिया। उन्होंने अपना कार्यभार ग्रहण कर लिया है। इससे पहले ओमकार ¨सह वजीरगंज एसओ थे तब अपराध नियंत्रण न होने पर उनको वहां से लाइन हाजिर किया गया था।
खुशियों के त्योहार होली के कई रंग आपने देखे होंगे। अवध की होली का जहां अपना मिजाज है, वहीं मथुरा और वृंदावन की होली के अपने ही अलग रंग हैं। यही वजह है कि अब शहरवाले होली के मौके पर सिर्फ अपनों को रंगों से रंग कर संतुष्ट नहीं होते बल्कि वह अलग-अलग जगहों की होली को अनुभव करना पसंद करते हैं। इसके लिए कोई बनारस का रुख करता है तो कोई बरसाना का, इन जगहों की होली में आखिर क्या खास है, यह जानने की कोशिश की हमने।
सफेद लिबास पहने वर्षों से जीवन के रंगों से दूर रहीं वृंदावन की विधवाओं ने अपने आराध्य भगवान श्रीकृष्ण को साक्षी मानकर होली खेली। सामाजिक संगठन सुलभ इंटरनेशनल की पहल पर मंगलवार दोपहर राधागोपीनाथ मंदिर के प्रांगण में भव्य होली का आयोजन किया गया। वृंदावन और वाराणसी की हजारों विधवाओं ने फूल, गुलाल और रंगों से होली।
वृंदावन और वाराणसी से आई महिलाओं ने एक-दूसरे को गुलाल लगाकर होली की शुभकामनाएं दीं। वेदपाठी ब्राह्मण और संस्कृत के छात्र मंत्रोच्चार कर रहे थे। महिलाएं भजन गाते हुए नृत्य कर रहीं थीं। विधवाओं ने मंदिर में एक ओर लगी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चित्रपट पर भी गुलाल लगाया।
RGA NEWS
पिछले हफ्ते केरल के पलक्कड़ जिले के अगाली नगर में कुछ लोगों ने तीस साल के आदिवासी व्यक्ति मधु को एक दुकान से सामान-चोरी के शक में पीट-पीट कर मार डाला। एक आरोपी ने मौके की सेल्फी भी ली।
आज के इस दौर में भारतीय किसान इतने कमजोर व भयभीत हो गए है कि उनका दर्द सरकार के कानों तक पहुँचना मुश्किल है क्योंकि सरकार तो किसानों के लिए तरह तरह की सरकारी योजनाओं की घोषणा कर चुकी है लेकिन संबंधित विभागों के दलाल, बिचौलियों के रहते इन योजनाओं का लाभ किसानों को नहीं मिल पा रहा है। हर ग्रामीण क्षेत्र में ग्राम प्रधान की जिम्मेदारी है कि अपने ग्राम विकास के लिए प्रत्येक किसान को उन सरकारी योजनाओं की जानकारी दी जाये जिससे किसान और ग्राम दोनों का विकास हो सके लेकिन ऐसा नहीं होता वो इसलिए क्योंकि ग्राम प्रधान के लिए खुद योजनाओं की जानकारी नहीं होती है न वह जानकारी लेना चाहते है उत्तर प्रदेश के