RGA News
पश्चिम बंगाल में आसनसोल के श्रीनगर क्षेत्र की रहने वाली सोनी देवी अपना जला हुआ घर दिखाते हुए सुबकने लगती हैं।
एक कमरे के उनके घर में जो कुछ भी था सब राख हो चुका है। वो सिलाई मशीन भी जिससे कपड़े सिलकर वो किसी तरह अपने दो बच्चों का पेट भर रही थीं और उनकी पढ़ाई का ख़र्च उठा रही थीं।
सोनी देवी को सबसे ज़्यादा अफ़सोस अपने बच्चों की किताबें और दस्तावेज़ जल जाने का है।
वो कहती हैं, "मेरी बेटी दसवीं में है। वो बहुत मेहनत से पढ़ रही थी। अपनी किताब-काग़ज़ का पूछ-पूछकर रो रही है। मैं उसे क्या जवाब दूं।